असगंध का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इस चारों भाग में 3 से 6 ग्राम की मात्रा में असगंध नागौरी का चूर्ण मिला लें।
- डॉ . आर . एन . खोरी के अनुसार असगंध एक शक्तिवर्धक रसायन और अवसादक है ।
- असगंध , सुरंजन मीठी , असपन्द और खुलंजन 30 - 30 ग्राम को कूट-छानकर चूर्ण बना लें।
- बाजारों में असगंध की जाति के ही एक भेद फाकनज की जड़ें भी मिला दी जाती हैं ।
- बराबर मात्रा में असगंध या अश्वगंधा , सौंठ , मिश्री और विधारा को लेकर बारीक चूर्ण बना लें।
- बराबर मात्रा में असगंध या अश्वगंधा , सौंठ , मिश्री और विधारा को लेकर बारीक चूर्ण बना लें।
- हरताल और असगंध को केले के रस में पीस कर लेप बनाएं और मंत्र द्वारा शुद्ध कर लें।
- असगंध का चूर्ण सुबह-शाम दूध के साथ कुछ दिनों तक सेवन करने से श्वेत प्रदर मिट जाता है।
- फिर उनमें विजया यानी भांग के बीज तथा असगंध को मिलाकर कपिला गाय के दूध में पीस लें।
- असगंध , पीपरा मूल एवं अर्जुन की छाल , तीनों का चूर्ण सुबह-शाम दूध के साथ एक-एक ग्राम लें।