आज्ञा मानना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ” आगे कहा गया है कि , “ प्राणियों का वध न करना , जीवहिंसा न करना , माता-पिता तथा बड़ों की आज्ञा मानना , गुरुजनों के प्रति आदर , मित्र , परिचितों , सम्बन्धियों , ब्राह्मण तथा श्रवणों के प्रति दानशीलता तथा उचित व्यवहार और दास तथा भृत्यों के प्रति उचित व्यवहार।
- हम परमेश्वर से प्रार्थना करते हैं “हे हमारे पिता” फिर जब हम पर दुख आते हैं तो हम अपना प्रेम , विश्वास ताक पर रखकर उसे कोसने लगते हैं- “हे ईश्वर तूने ये क्या किया” लेकिन प्रभु यीशु का जीवन हमारे लिए उदाहरण है कि किस प्रकार परमेश्वर ने अपने एकलौते पुत्र को इस संसार में भेजा और जैसा संदर्भित पद में लिखा है कि पुत्र होने के बावजूद उसने दुःख उठा-उठाकर आज्ञा मानना सीखा।