आत्मतत्व का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- गुरुकृपा के बिना आत्मतत्व का ज्ञान हो पाना नितांत असंभव है।
- उक्त मदालसा उपाख्यान को पढ़ें , गुनें यही आत्मतत्व का सार है।
- मन का वृत्ति-शून्य होना अथवा संकल्प-विकल्परहित होना आत्मतत्व की जागृति है।
- अत : यह पुरातन , परम आत्मतत्व , काल निरपेक्ष है।
- वहां तपस्या करके उसने भगवान शंकर से आत्मतत्व लिंग को प्राप्त किया।
- वहां तपस्या करके उसने भगवान शंकर से आत्मतत्व लिंग को प्राप्त किया।
- ज्यों दरिद्रता में स्वजन , आत्मतत्व भव-चाव॥ मंद-मति भज ले हरी का नाम।
- ज्यों दरिद्रता में स्वजन , आत्मतत्व भव-चाव॥ मंद-मति भज ले हरी का नाम।
- आकाशतत्व अति सूक्ष्म होने से आत्मतत्व के सबसे ज्यादा नजदीक है .
- जहाँ ये सब साधन स्वयं उस आत्मतत्व में विलीन हो जाते हैं।