आत्मन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कहा भी है , कि- - “ आत्मन प्रतिकूलानि परेषा न समाचरेत ” .
- जैसा कि प्राचीन आचार्यों ने स्वीकार किया है काव्य का सार या आत्मन रस
- अपने आत्मन पर जीत प्राप्त किया , सरदी गरमी, सुख दुख तथा मान अपमान में
- अन्तः प्रज्ञा प्रकार जुंग का मत था की जिनका आत्मन पूर्ण रूप से सिद्ध (
- श्रुति में कहा गया है कि _ ' आत्मन : प्रतिकूलानि परेषां न समाचरेत ' ।
- श्रुति में कहा गया है कि _ ' आत्मन : प्रतिकूलानि परेषां न समाचरेत ' ।
- प्रिय आत्मन , जैसा कि आप जानते हैं कि हमने आजकल कुछ भी बोलना छोड दिया है.
- तब तो यह अपरिवर्तनीय नहीं - और जो परिवर्तनशील हो वह आत्मन नहीं हो सकता ।
- न भोग , न दमन-वरण जागरण-अठहरवां प्रवचन मेरे प्रिय आत्मन, तीन सूत्रों पर हमने बात की है।
- बेशक कितने ही इन अनुभवों को आत्मन / आत्मा के अस्तित्व से जोड़ते रहें हैं .