आत्म चेतना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जब हमारा स्थूल शरीर शिथिल या अशक्त अवस्था में होता है तो हमारा अवचेतन मन भौतिक जगत से ऊपर उठकर आत्म चेतना , पराचेतना , अथवा परम चेतना से संबंध स्थापित कर लेता है।
- आत्म चेतना को मोह माय से दूर करके संसार के समस्त बंधनों से मुक्त हो जाते हैं साधना के द्वारा ही हम इन तत्वों की प्राप्ति करने में सक्षम होते हैं और मोक्ष को पाते हैं .
- पहली बात तो यह कि वे कहते हैं कि धर्म एक ऎसे व्यक्ति की आत्म चेतना और आत्म गौरव है जिसने अभी तक स्वयं को जीता ना हो या स्वयं को जीत कर फिर खो दिया हो . .
- पहली बात तो यह कि वे कहते हैं कि धर्म एक ऎसे व्यक्ति की आत्म चेतना और आत्म गौरव है जिसने अभी तक स्वयं को जीता ना हो या स्वयं को जीत कर फिर खो दिया हो . .
- महिलाओं के लिए विशेष रूप से , पित्ताशय मुँहासे अक्सर आत्म चेतना का कारण बनता है और आम तौर पर जनता में भी बहुत किया जा रहा से बचने की कोशिश कर रहा महिलाओं का एक बहुत में परिणाम देगा.
- मशहूर साहित्यिक आलोचक क्रिस्टोफर कॉडवेल अपनी रचना विभ्रम और यथार्थ में यह तथ्य उद्घाटित करते हैं कविता एक व्यक्ति के रूप में नहीं बल्कि साझे आवेग की एक पूरी दुनिया के भागीदार के रूप में मनुष्य की उदीयमान आत्म चेतना है।
- डार्विन ने भले ही कहा हो कि मनुष्य का विकास बंदरों से हुआ , लेकिन अगर आप पुनर्जन्म को मानते हैं और यह भी कि मनुष्य शरीर की नहीं उसकी आत्म चेतना के विकास की परिणति है तो यह धारणा बदलनी पड़ेगी।
- डार्विन ने भले ही कहा हो कि मनुष्य का विकास बंदरों से हुआ , लेकिन अगर आप पुनर्जन्म को मानते हैं और यह भी कि मनुष्य शरीर की नहीं उसकी आत्म चेतना के विकास की परिणति है तो यह धारणा बदलनी पड़ेगी।
- डार्विन ने भले ही कहा हो कि मनुष्य का विकास बंदरों से हुआ , लेकिन अगर आप पुनर्जन्म को मानते हैं और यह भी कि मनुष्य शरीर की नहीं उसकी आत्म चेतना के विकास की परिणति है तो यह धारणा बदलनी पड़ेगी।
- कुण्डिकोपनिषद में इसी तथ्य को उजागर किया गया हैं इस उपनिषद में संन्यासी के जप तप का महत्व बताया गया है कि किस प्रकार संन्यासी को अपनी आत्म चेतना के बल को बढ़ा कर ब्रह्म के साथ अपना तादात्मय स्थापित करे .