आपस्तंब का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- श्राद्ध में गौ मांस खिलाने से पितर एक वर्ष के लिए संतुष्ट हो जाते हैं , यह बात केवल अनुशासन पर्व में ही नहीं बल्कि आपस्तंब धर्मसूत्र में भी कही गई है।
- परिणाम स्वरूप प्रबुद्ध जन आपिशाल , कपिल , कणाद , आपस्तंब , बौधायन , सुश्रुत , चरक भास्कराचार्य , आर्यभट्ट वराहमिहिर आदि भारतीय मनीषी वैज्ञानिक के नामों से परिचित हो रहे हैं।
- परिणाम स्वरूप प्रबुद्ध जन आपिशाल , कपिल , कणाद , आपस्तंब , बौधायन , सुश्रुत , चरक भास्कराचार्य , आर्यभट्ट वराहमिहिर आदि भारतीय मनीषी वैज्ञानिक के नामों से परिचित हो रहे हैं।
- श्राद्ध में गौ मांस खिलाने से पितर एक वर्ष के लिए संतुष्ट हो जाते हैं , यह बात केवल अनुशासन पर्व में ही नहीं बल्कि आपस्तंब धर्मसूत्र में भी कही गई है।
- तत्कालीन साहित्य से ज्ञात होता है कि गौतम , आपस्तंब आदि ऋषियों ने ऐसी व्यवस्था बनाई थी कि ब्राहम्ण वर्ग को सर्वाधिक घोर अपराध करने पर भी सबसे कम द्ण्ड मिलता था ।
- तत्कालीन साहित्य से ज्ञात होता है कि गौतम , आपस्तंब आदि ऋषियों ने ऐसी व्यवस्था बनाई थी कि ब्राहम्ण वर्ग को सर्वाधिक घोर अपराध करने पर भी सबसे कम द्ण्ड मिलता था ।
- मैत्रायणी संहिता ( 3।7।3) का कथन है कि विवाह के समय गाथा आनंद प्रदान करती है और गृह्यसूत्रों (आश्वलायन, आपस्तंब आदि) में अनेक गाथाएँ दी गई हैं जिन्हें विवाह के शुभ अवसर पर वीणा पर गाया जाता था।
- ‘गव्येन दत्तं श्राद्धे . ..‘ को समझना आपके लिए इतना कठिन क्यों हो रहा है भाई ? जबकि आपस्तंब धर्म सूत्र का उद्धरण उसके साथ बता रहा है कि श्राद्ध में किस किस पशु का मांस दिया जाता था।
- आपस्तंब में बताया गया है कि ब्राह्मण अपनी दाहिनी बांह को अपने कान के समानांतर , क्षत्रिय उसे अपनी छाती के स्तर तक , वैश्य अपनी कमर तक , और शूद्र उसे अपने पांव की सीध में रखकर अभिवादन करे।
- जैसे , आपस्तंब धमर्सूत्र ( 2.11 .15 ) , विष्णु धर्मसूत्र ( 24.9 - 10 ) , वशिष्ठ धर्मसूत्र ( 8.1 ) , बौधायन धर्मसूत्र ( 2.1 .38 ) और गौतम धर्मसूत्र ( 4.2 , 23.12 ) में इसका स्पष्ट निर्देश है।