×

आयास का अर्थ

आयास अंग्रेज़ी में मतलब

उदाहरण वाक्य

  1. इन दोनों में कौन जीता यह तो नहीं कहा जा सकता , लेकिन मीरां ने कृष्ण में समाकर साबित कर दिया कि प्रेम में धैर्य , आयास और समर्पण का भाव हो तो ईश्वर को पाना भी मुश्किल नहीं।
  2. कलियुग में मनुष्य थोड़े से आयास से किये जाने वाले सत्कर्म द्वारा सुखपूर्वक महान धर्म के फल की प्राप्ति कर सकता है , इस प्रकार इस धर्म विषयक लोभ से हम लोगों ने उस कलिकाल में जन्म ग्रहण किया है ।।
  3. कलियुग में मनुष् य थोड़े से आयास से किये जाने वाले सत् कर्म द्वारा सुखपूर्वक महान धर्म के फल की प्राप्ति कर सकता है , इस प्रकार इस धर्म विषयक लोभ से हम लोगों ने उस कलिकाल में जन् म ग्रहण किया है ।।
  4. आज्ञा चक्र की विरल उपलद्भियों में पहले मैं सन्नाटा बुनता हूँ , महावृक्ष के नीचे और नदी की बाँक पर छाया है , और उनक महत्तम आयास - सहस्रार चक्र की उपलब्धि जैसा की नाम से ही स्पष्ट है -वह है 'ऐसा कोई घर आपने देखा है “।
  5. तो भोजन की , वस्त्र की , आवास की जो आवश्यकता है उस की पूर्ति हर एक व्यक्ति आराम से कर सकता है … रोटी सब्जी , रोटी दाल , दूध सामान्य रूप से पेट भरने की व्यवस्था थोड़े ही आयास से हो सकती है … .
  6. आज्ञा चक्र की विरल उपलद्भियों में पहले मैं सन्नाटा बुनता हूँ , महावृक्ष के नीचे और नदी की बाँक पर छाया है , और उनक महत्तम आयास - सहस्रार चक्र की उपलब्धि जैसा की नाम से ही स्पष्ट है -वह है ' ऐसा कोई घर आपने देखा है “ ।
  7. जब रामकुमार का अभिन्न मित्र सतीश सभ्य संसार और उन्नत देशों की उर्वरा भूमि में प्रस्फुटित , विकसित और उनकी दीर्घ आयास अनुभूति से परिपुष्ट आधुनिक नारी का परिष्कृत आदर्श-रूप मित्र के सामने रखता तो उसके रूप-रंग की तुलना में कुमार को सरला का सौंदर्य बिल्कुल फीका, नीरस और निस्सार लगने लगता था.
  8. यहाँ न कोई भाषागत अलंकरण है न वाग्वैदग्ध्य तथापि कवि के साथ पाठकीय तादात्म्य स्थापन में कोई आयास नहीं करना पड़ता , अलबत्ता प्रस्तुत उद्धरण में न गीतात्मकता न लय और न छंद - सीधे-सादे तरीक़े से कहा जाये तो यह ‘नयी कविता' जैसी सपाटबयानी है, फिर भी वेदना और संवेदन से भरपूर।
  9. ' धन् य ' और ' धिक् कार ' की शक् तियों की परसाई जी की अपनी समझ है , दो टूक और बे झिझका सर्जनात् मकता साधने का कोई अलग आयास नहीं है , कोई दावा नहीं है , लेकिन ” जीवन भर बोले जाने वाले ” गद्य की अपनी ज़िजीविषा में परसाई जी की गहरी आस् था है .
  10. साहित्यिक पद्धति ' न मानें , बल्कि एक जीवन-दृष्टि मानकर चलें-हालाँकि इन कहानियों को पढ़ने पर पता चलता है कि एक साहित्यिक पद्धति के रूप में भी यथार्थवाद की उपयोगिता अभी समाप्त नहीं हुई है , जैसा कि शिवमूर्ति , सारा राय और मनोज कुमार पांडेय की कहानियों में तो स्पष्ट ही देखा जा सकता है , अन्य कहानियों में भी थोड़े बौद्धिक आयास के जरिये उसे समझा जा सकता है।
अधिक:   पिछला  आगे


PC संस्करण
English


Copyright © 2023 WordTech Co.