उन्मूलित का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- एक स्तर पर यह व्यक्ति के अपने परिवेश से उन्मूलित होने और खुद को खो देने की करुण कथा कहती है , तो दूसरे स्तर पर, लोक-जीवन के सिकुड़ने, उजड़ने और लगातार नगर के उपनिवेश बनते चले जाने की विडम्बना को बहुत कुशलतापूर्वक वाणी देती है.
- एक स्तर पर यह व्यक्ति के अपने परिवेश से उन्मूलित होने और खुद को खो देने की करुण कथा कहती है , तो दूसरे स्तर पर , लोक-जीवन के सिकुड़ने , उजड़ने और लगातार नगर के उपनिवेश बनते चले जाने की विडम्बना को बहुत कुशलतापूर्वक वाणी देती है .
- मनुष्यों द्वारा द्वीप पर लये गये सूअर और बकरी वो दो जीव है जिन्होने द्वीप की स्थानिक प्रजातियों को अपूरणीय क्षति पहुँचाई है , हालाँकि बाद में चलाये गये उन्मूलन अभियान से 2002 में सूअरों को पूरी तरह द्वीप से उन्मूलित कर दिया गया जबकि बकरी उन्मूलन अपने अंतिम चरण में है।
- मनुष्यों द्वारा द्वीप पर लये गये सूअर और बकरी वो दो जीव है जिन्होने द्वीप की स्थानिक प्रजातियों को अपूरणीय क्षति पहुँचाई है , हालाँकि बाद में चलाये गये उन्मूलन अभियान से 2002 में सूअरों को पूरी तरह द्वीप से उन्मूलित कर दिया गया जबकि बकरी उन्मूलन अपने अंतिम चरण में है।
- दी हुई ' पूर्व निर्धारित जिम्मेदारी है , समाज के प्रति , जाति के प्रति परिवार के प्रति इसलिए मनुष्य की पीड़ा उन विवशताओं से उत्पन्न होती है , जो उसे अपनी बुनियादी ‘ अच्छाई ' से स्खलित करती है-उसे अपनी परंपरागत जगह से उन्मूलित करती है ” ( ढलान से उतरते हुए , पृष्ठ 53 )
- वह दो भागों में बंटा हुआ एक आत्म उन्मूलित व्यक्ति बन गया , जिसका एक भाग परम्परा से जुड़ा था और दूसरा भाग पश्चिम की आधुनिक जीवन शैली, चिंतन-पध्दति और संस्कृति से और चूंकि दोनों भागों में किसी तरह का संतुलन नहीं था इसलिए इसका परंपरा पक्ष उतना ही खोखला होता गया जितना उसका आधुनिक पक्ष कृत्रिाम और बनावटी।
- वह दो भागों में बंटा हुआ एक आत्म उन्मूलित व्यक्ति बन गया , जिसका एक भाग परम्परा से जुड़ा था और दूसरा भाग पश्चिम की आधुनिक जीवन शैली , चिंतन-पध्दति और संस्कृति से और चूंकि दोनों भागों में किसी तरह का संतुलन नहीं था इसलिए इसका परंपरा पक्ष उतना ही खोखला होता गया जितना उसका आधुनिक पक्ष कृत्रिाम और बनावटी।
- यह विडम्बना भारत की उस विचित्र अवस्थिति में व्यंजित होती है जिसमें वह एक ओर अपनी परम्परा से कुछ इस तरह उन्मूलित है कि वह उसके अस्तित्व की लय न रह जाकर या तो उससे बाहर स्थित रूढ़ रूपाकारों में सिमटी हुई , और रूढ़ अनुष्ठानों के सहारे अभिगम्य वस्तु बनकर रह गयी है, या फिर वह सर्वथा विस्मृत या तिरस्कृत है;