एषणा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मनुष्य के जीवन मे तीन एषणाएँ होती हैं , प्रथम- प्राण एषणा , द्वितीय- लोक एषणा और तृतीय धन एषणा।
- अन्वेषण की प्रबल एषणा और हमारी जिज्ञासाएँ - एक ओर ये और दूसरी ओर यह भला क्या ? धुंधलापन ।
- प्रथम दो एषणाएँ तो स्थूल स्वार्थ की कोटि में आती हैं और तीसरी एषणा सूक्ष्म स्वार्थ की कोटि में आती है।
- और जीवेषणा सबसे मुक् त हो जाए - न संसार , न शरीर , न मन - तो एषणा नहीं रह जाती।
- यह तीसरी एषणा मनुष् य को बार-बार , सर्वाधिक स्खलित करती है और प्रायः ही लोक-उपहास का पात्र बनाती रहती है ।
- इस माया का विशल , अपार परिवार है , पुत्रेष् णा , वित् त एषणा और लोक में प्रतिष् ठा की एषणा का।
- इस माया का विशल , अपार परिवार है , पुत्रेष् णा , वित् त एषणा और लोक में प्रतिष् ठा की एषणा का।
- ऐसी एषणा तुम्हारी हो तुम्हें मेरा नमन ऐसी निर्मिति तुम्हारी मेरा नमन अनागत को आकारने की ऊर्जा तुम्हारी हो मेरा नमन मई ' 79
- अंधकार में प्रकाश बिखेरने की मानवीय एषणा ने मानव सभ्यता के इतिहास में प्रगति के अनेकानेक सोपानों पर अपने चरणचिह्न अंकित किए हैं।
- प्रतिरूपों और प्रतीकों पर जब-जब लगता है प्रश्न तब-तब उत्तर की खातिर अकुलाती हुई एषणा बोला करती बिना राग आलाप जिया जाता है कैसे ?