ऐतरेय का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ऐतरेय में 40 अध्याय और आठ
- ↑ ऋग्वेद 1।46।6 , ऋग्वेद 1।63।6, ऐतरेय ब्राह्मण , 1।2।1, 5।2।4
- आभूरेषाभूति ऐतरेय ब्राह्मण 17 . कल्याणी जाया सुरणं गृहे ते।
- आंध्र शब्द का प्रयोग ऋग्वेदीय ऐतरेय ब्राह्मण में मिलता है।
- ईश , केन, कठ, मुण्डक, माण्डूक्य, प्रश्न, तैत्तरीय, ऐतरेय, वृहदारण्यक, छान्दोग्य
- ऐतरेय ऋषि ऋग्वेद की ऐतरेय नामक शाखा के प्रवर्तक हैं।
- ऐतरेय ऋषि ऋग्वेद की ऐतरेय नामक शाखा के प्रवर्तक हैं।
- ऐतरेय ब्राह्मण में यही कथा कुछ दूसरी तरह से है : -
- ‘अंग समन्तं सर्वतः पृथ्वीं जयन्परीयायाश्वेन च मेध्येनेज इति। ' :ऐतरेय ब्राह्मण-ण्ण्ण्९/८/२१,।
- ‘अंग समन्तं सर्वतः पृथ्वीं जयन्परीयायाश्वेन च मेध्येनेज इति। ' :ऐतरेय ब्राह्मण-ण्ण्ण्९/८/२१,।