कटुक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कहीं भली है कटुक निबोरी कनक-कटोरी की मैदा से ” वाली कविता शायद ऐसे ही दृश्य देख कर लिखी गई हो ! फिर धीरे-धीरे उसने प्रयास करना छोड़ दिया .
- रस नामकर्म - इसके उदय से शरीर में जाति के अनुसार जैसे नीबू , नीम आदि में प्रतिनियत तिक्त , कटुक , कषाय , अम्ल और मधुर रस उत्पन्न होते हैं।
- रस नामकर्म - इसके उदय से शरीर में जाति के अनुसार जैसे नीबू , नीम आदि में प्रतिनियत तिक्त , कटुक , कषाय , अम्ल और मधुर रस उत्पन्न होते हैं।
- हम बहता जल पीनेवाले मर जाऍंगे भूखे-प्यासे , कहीं भली है कटुक निबोरी कनक-कटोरी की मैदा से, स्वर्ण-श्रृंखला के बंधन में अपनी गति, उड़ान सब भूले, बस सपनों में देख रहे हैं [...]
- अब एण्टीलिया चाहे हज़ारों करोड़ रुपयोंमें बनकर दुनिया की सबसे कीमती ईमारत हो सकती है लेकिन कहीं भली है कटुक निबोरी , कनक कटोरी की मैदा से ! और अंत में एक बात और ..
- घर-घर में वह साईं बसता , कटुक बचन मत बोल रे ' - वह हर मनुष्य के अंतस्थ में विद्यमान है - विवेकअंतश्चेतना बन कर जिसे ' जिन खोजां तिन पाइयां , गहरे पानी पैठि।
- घर-घर में वह साईं बसता , कटुक बचन मत बोल रे ' - वह हर मनुष्य के अंतस्थ में विद्यमान है - विवेकअंतश्चेतना बन कर जिसे ' जिन खोजां तिन पाइयां , गहरे पानी पैठि।
- हम बहता जल पीनेवाले मर जाऍंगे भूखे-प्यासे , कहीं भली है कटुक निबोरी कनक-कटोरी की मैदा से, स्वर्ण-श्रृंखला के बंधन में अपनी गति, उड़ान सब भूले, बस सपनों में देख रहे हैं तरू की फुनगी पर के झूले।
- प्रेमामृत की गागर फूटी बहा कटुक क्यों अन्तर हाला ? संतप्त कष्ट से व्याप्त दुखी मन कहे किसे ये मर्म ये गाथा ? कुटिल काल ने ग्रास बनाया चुटकी भर सिन्दूर का वादा .... व्याकुल आँखे नीर बहा कर आख़िर अ...
- प्रेमामृत की गागर फूटी बहा कटुक क्यों अन्तर हाला ? संतप्त कष्ट से व्याप्त दुखी मन कहे किसे ये मर्म ये गाथा ? कुटिल काल ने ग्रास बनाया चुटकी भर सिन्दूर का वादा .... व्याकुल आँखे नीर बहा कर आख़िर अ