कमसिनी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि वह आनंद के खास दोस्तों में से है और उससे भी खास बात यह कि वह जिस इलाके में रहता है याने नवागढ़ी में , वहाँ की रंगीनी और कमसिनी के किस्सों को वह अब एन्द्रिक स्तर पर भी जान चुका है और इस बात को लेकर थोड़ा गर्वित भी है कि अंकल याने उसके मालिक, उसके किस्सों में दिलचस्पी लेते हैं.
- कुत्ते की दुम कमसिनी के ढेलामार जोबन में हो गए कटार वे काटें तो प्यार-मुहब्बत हम बोलें तो अत्याचार दूध की मक्खी झटक गए वे जिन पर वारे थे घर बार उम्र बढ़ी मन खाक बुढाया ज्ञान की गंगा हो गई पार कितना खोया कितना पाया याद दुधारी है तलवार सभ्य फगुनाहट आज थोड़ी गम्भीर शृंगारिकता - स्वाद बदलने को : ) आशा है आप लोग पसन्द करेंगे।
- माहौल सही हो तो पुरानेपन ( आप बुजुर्गियत कह लें ) की कमसिनी और भी निखर उठती है ! कुदरत के हुस्न-ओ-ज़माल के सच्चे पारखी , तजुर्बेकार लोग ही होते हैं :) ( चित्र १,२,३ ) उधर सच्चे मुच्चे लोदी गार्डन , इधर वर्चुअल संसार ( बुजुर्गों के लिए ब्लॉग जगत में भी कई पिकनिक स्पाट हैं ) में उम्रदराज लोगों की रूमानियत का नज़ारा आम है !
- साहिर बुनियादी तौर पे एक romantic शायर थे , जिसका इश्क कभी परवान न चढ़ सका | यही वजह थी की उनकी शायरी दर्द-ए-इश्क के अहसासात से भरपूर है | साहिर की शायरी में इश्क के हर रंग का अहसास शामिल है जो दिल की गहराईयों को छु जाता है | ये इश्क इब्तेदाई कमसिनी से सराबोर होकर जवानी के जुनूँ को सर-आमद करता हुआ आजिज़ की गिरफ्त तक जाता जान पढ़ता है |
- शायर थे , जिसका इश्क कभी परवान न चढ़ सका | यही वजह थी की उनकी शायरी दर्द-ए-इश्क के अहसासात से भरपूर है | साहिर की शायरी में इश्क के हर रंग का अहसास शामिल है जो दिल की गहराईयों को छु जाता है | ये इश्क इब्तेदाई कमसिनी से सराबोर होकर जवानी के जुनूँ को सर-आमद करता हुआ आजिज़ की गिरफ्त तक जाता जान पढ़ता है | शुरूआती मुफलिसी, वालिद से क़शीदः ताल्लुकात, वाल्देइन का जुदा होना, इन्तेहाई गैर-यकसानियत भरा मोआश्रह;
- तो हज़रत ( अ 0 स 0 ) ने नस्सुल हक़ाक से हद्दे कमाल ( वयस्कता की सीमा ) तक पहुंचना मुराद ( अभिप्राय ) लिया है , कि जो बचपन की आखिरी हद और वह ज़मान होता है कि कमसिन कमसिनी के हुदूद ( सीमा ) से निकल कर बड़ो की सफ़ ( पंक्ति ) में दाखिल होता ( प्रवेश करता ) है और यह बुलूग़ ( युवा अवस्था ) के लिये निहायत फ़सीह ( अत्यन्त कोमला ) और अजीब किनाया ( अदभुत व्यंजना ) है।
- सतीश भाई , सपनों के आने के कारणों पर चर्चा से पहले आपके और मेरे सपने के बारे में मित्र ब्लागरों की टेलीफोनिक प्रतिक्रिया जानना बेहतर होगा ! हालांकि उनकी सदभावनाओं की एवज में उनके नाम का उल्लेख नहीं करूँगा और शायद इसकी ज़रूरत भी नहीं है :)(१) कमसिनी के दौर में सपने आने के कारण जो भी रहे हों पर आपका और सतीश जी का 'एजेंडा' बालपन से ही तय था :)(२) आप दोनों के सपने आप दोनों के जीवन की प्राथमिकताओं की पोल खोलते हैं :)