कायचिकित्सा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- आयुर्वेद में भी धन्वंतरि संप्रदाय , या सुश्रुत संप्रदाय , शल्यचिकित्सा के प्रतीक हैं जबकि आत्रेय संप्रदाय या चरक संप्रदाय कायचिकित्सा के प्रतीक हैं।
- अति प्राचीन काल से ही चिकित्सा के दो प्रमुख विभाग चले आ रहे हैं - कायचिकित्सा ( Medicine ) एवं शल्यचिकित्सा ( Surgery ) ।
- न्युक्लियर मेडिसिन भौतिकविदों ( nuclear physicists ) ने भी अनेक महत्वपूर्ण तत्वों की खोज की है , जिनका विशिष्ट उपयोग कायचिकित्सा में भी किया जाता है।
- बोका-रिटोन-लदन , न्युयार्क, वाशिंगठन एवं अर्जेन्टीना स्थित सीआरसी प्रैस द्वारा प्रकाशित आयुर्वेदीय कायचिकित्सा एवं पंचकर्म के विशिष्ठ अध्यायों में श्री शर्मा का महत्वपूर्ण योगदान रहा है ।...
- उत्तरतंत्र : इस तंत्र में ६ ४ अध्याय हैं जिनमें आयुर्वेद के शेष चार अंगों ( शालाक्य , कौमार्यभृत्य , कायचिकित्सा तथा भूतविद्या ) का विस्तृत विवेचन है।
- उत्तरतंत्र : इस तंत्र में ६ ४ अध्याय हैं जिनमें आयुर्वेद के शेष चार अंगों ( शालाक्य , कौमार्यभृत्य , कायचिकित्सा तथा भूतविद्या ) का विस्तृत विवेचन है।
- चरक एवं सुश्रुत ( सुश्रुत के लैटिन आनुवादक हेसलर के अनुसार समय लगभग 1,000 वर्ष ई.पू.) में इसके पृथक्-पृथक् शल्य एवं कायचिकित्सा के रूप में, दो भेद हो गए हैं।
- चरक एवं सुश्रुत ( सुश्रुत के लैटिन आनुवादक हेसलर के अनुसार समय लगभग 1,000 वर्ष ई.पू.) में इसके पृथक्-पृथक् शल्य एवं कायचिकित्सा के रूप में, दो भेद हो गए हैं।
- आज सूक्ष्मदर्शी का उपयोग कायचिकित्सा ( Medicine), जीवविज्ञान (Biology), शैलविज्ञान (Perology), मापविज्ञान (Metrology), क्रिस्टलविज्ञान (Crystallography) एवं धातुओं और प्लास्टिक की तलाकृति के अध्ययन में व्यापक रूप से ही हो रहा है।
- शल्यचिकित्सा आदि के विकास के साथ साथ शल्यचिकित्सा में भी तीव्रतापूर्वक विकास , सुधार एवं उन्नति होने लगी, जिससे कायचिकित्सा की भाँति समाज में शल्यचिकित्सा के लिए भी समान बढ़ने लगा।