कायफल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- योग : पाठा , जामुन और आम की गुठली की गिरि , पाषाण भेद , रसौत , अंबष्ठा , मोचरस , मजीठ , कमलकेसर , नागकेसर ( केसर की जगह ) , अतीस , नागरमोथा , बेलगिरि , लोध , गेरू , कायफल , काली मिर्च , सोंठ , मुनक्का , लाल चन्दन , सोना पाठा ( श्योनाक या अरलू ) की छाल , इन्द्र जौ , अनंत मूल , धाय के फूल , मुलहठी और अर्जुन की छाल।
- 10 ग्राम वायविंडग , 10 ग्राम गेरू , 10 ग्राम पीली दूब और 10 ग्राम कायफल को लगभग 500 मिलीलीटर पानी में डालकर रात को भिगोकर सुबह उबालें , जब पानी चौथाई रह जाये तब इसी पानी को ठंडा करके योनि को धो लें , इसी काढ़े में चने की दाल और आधी ( चने से ) शोरा मिलाकर योनि पर रूई का फोहा मिलाकर एक दिन में सुबह , दोपहर और शाम पर लगाने से योनि की गांठ ठीक हो जाती है।