कुपथ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- आचार्य जानकीवल्लभ शास्त्री की कविताएं-2 कुपथ रथ दौड़ाता जो कुपथ कुपथ रथ दौड़ाता जोपथ निर्देशक वह है , लाज लजाती जिसकी कृति सेधृति उपदेश वह है।
- - डॉ . हरिवंशराय 'बच्चन' (आकुल अंतर, १९४३) रक्तमुख - जानकीवल्लभ शास्त्री कुपथ कुपथ रथ दौड़ाता जो पथ निर्देशक वह है, लाज लजाती जिसकी कृति से धृति उपदेश वह है
- - डॉ . हरिवंशराय 'बच्चन' (आकुल अंतर, १९४३) रक्तमुख - जानकीवल्लभ शास्त्री कुपथ कुपथ रथ दौड़ाता जो पथ निर्देशक वह है, लाज लजाती जिसकी कृति से धृति उपदेश वह है
- हमने भी राजदीप का पूर्वाग्रही चेहरा ही देखा है | तो ये राजदीप जी जो खुद ही कुपथ पथ रथ दौडा रहे हैं , पथ निर्देशन क्या करेंगे ?
- ऐसे में कई बार उनमें भटक जाने , उनकी आभा से दृष्टि के चुंधिया जाने और इस प्रभाव में किसी पुरोगामी कुपथ पर भटक जाने के खतरे भी होते हैं .
- जिस व्यक्ति का जीवन वर्तमान में तामसिक तथा राजसिक है , सात्विक नहीं है, वह व्यक्ति भले ही बुद्धिमान हो, वेदपाठी हो तो भी तामसिक प्रवृत्ति के कारण कुपथ की ओर बढता रहेगा।
- अंत : करण में एक ऐसी शक्ति काम करती है जो सन्मार्ग पर चलने से प्रसन्न , संतुष्ट हुई दिखाई पड़ती है और कुपथ पर चलें तो खिन्नता या उद्विग्नता अनुभव करती है।
- लेकिन , इस आलोचनात्मक दृष्टि में 1857 के प्रति जो दृष्टिकोण उभरकर आता है वह यही है कि 1857 के विद्रोहियों ने ' कुपथ ' पर चलकर ' विनाश ' को निमंत्रण दिया।
- लेकिन , इस आलोचनात्मक दृष्टि में 1857 के प्रति जो दृष्टिकोण उभरकर आता है वह यही है कि 1857 के विद्रोहियों ने ' कुपथ ' पर चलकर ' विनाश ' को निमंत्रण दिया।
- घर-आंगन से अधिक , ये दोनों व्यक् तियों के मन-मानस को अपनी जकड़ में ले लेते हैं , और व्यक् ति अपनी अकड़ में आकर सर्वनाश के कुपथ पर बढ़ जाता है ।