कृष्ण मृग का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अभयारण्य में आधे से ज्यादा जिले के कुल वन क्षेत्र के करीब दस फीसदी हिस्से में फैले विश्व प्रसिद्ध कृष्ण मृग तालछापर अभयारण्य में आधे से ज्यादा वन्य जीवों ने डेरा डाल रखा है।
- अभयारण्य में आधे से ज्यादा जिले के कुल वन क्षेत्र के करीब दस फीसदी हिस्से में फैले विश्व प्रसिद्ध कृष्ण मृग तालछापर अभयारण्य में आधे से ज्यादा वन्य जीवों ने डेरा डाल रखा है।
- कृष्ण मृगों की संख्या और भी बढ़ सकती थी , लेकिन गत वर्ष मई के अंतिम सप्ताह में बारिश व तेज तूफान के कारण छह दर्जन से अधिक कृष्ण मृग अकाल मौत का शिकार हो गए।
- कृष्ण मृगों की संख्या और भी बढ़ सकती थी , लेकिन गत वर्ष मई के अंतिम सप्ताह में बारिश व तेज तूफान के कारण छह दर्जन से अधिक कृष्ण मृग अकाल मौत का शिकार हो गए।
- इनमें प्रमुख हैं बाघ , सिंह , गैंडा , भालू , हाथी , पाडा , चिंकारा , कृष्ण मृग , कस्तूरी मृग , बारहसिंगा , कई वानर प्रजातिया , घड़ियाल , गंगा में पाई जाने वाली डाल्फिन आदि।
- इनमें प्रमुख हैं बाघ , सिंह , गैंडा , भालू , हाथी , पाडा , चिंकारा , कृष्ण मृग , कस्तूरी मृग , बारहसिंगा , कई वानर प्रजातिया , घड़ियाल , गंगा में पाई जाने वाली डाल्फिन आदि।
- को शहर से बाहर स्थापित करने का काम शुरू किया गया है तो चुरू में विश्व प्रसिद्ध तालछापर कृष्ण मृग अभ्यारण्य का व्यापक विस्तार कर इसे पर्यटन के एक महत्वपूर्ण केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।
- सीतामाता अभयारण्य · सज्जनगढ़ वन्यजीव अभयारण्य · तालछापर कृष्ण मृग अभयारण्य · जमवारामगढ़ अभयारण्य · नाहरगढ़ अभयारण्य · माउंट आबू वन्यजीव अभयारण्य · सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान · राष्ट्रीय चम्बल वन्य जीव अभयारण्य · केवलादेव घाना राष्ट्रीय उद्यान · रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यानभाषा
- ये नजर आए वन्यजीव गणना के दौरान सोमवार देर रात तक लोहावट , देचू ठाडिया एवं जांबा में चिंकारा, मरू लोमड़ी, जंगली बिल्ली, मोर, रोजड़े, खरगोश, सांडा और नेवले तथा गुढ़ा विश्नोईयां में चिंकारा, कृष्ण मृग, मोर, खरगोश, गिद्ध, सांडा और रोजड़े देखे गए हैं।
- दुधवा राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना के समय यहां बाघ , तेंदुए, गैंड़ा, हाथी, बारासिंहा, चीतल, पाढ़ा, कांकड़, कृष्ण मृग, चौसिंघा, सांभर, नीलगाय, वाइल्ड डाग, भेड़िया, लकड़बग्घा, सियार, लोमड़ी, हिस्पिड हेयर, रैटेल, ब्लैक नेक्ड स्टार्क, वूली नेक्ड स्टार्क, ओपेन बिल्ड स्टार्क, पैन्टेड स्टार्क, बेन्गाल फ़्लोरिकन, पार्क्युपाइन, फ़्लाइंग स्क्वैरल के अतिरिक्त पक्षियों, सरीसृपों, एम्फीबियन, पाइसेज व अर्थोपोड्स की लाखों प्रजातियां निवास करती थी।