कोपीन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- वामन बटुक को महर्षि पुलह ने यज्ञोपवीत , अगस्त्य ने मृगचर्म , मरीचि ने पलाश दण्ड , आंगिरस ने कुश का बना वस्त्र , सूर्य ने छत्र , भृगु ने खड़ाऊं , बृहस्पति ने जनेऊ तथा कमण्डलु , अदिति ने कोपीन , सरस्वती ने रुद्राक्ष माला तथा कुबेर ने भिक्षा पात्र प्रदान किए।
- ■ संस्कार कराने वाले जितने व्यक्ति हों , उतने ( १ ) पीले यज्ञोपवीत ( २ ) पंचगव्य पान कराने के लिए छोटी कटोरियाँ , ( ३ ) मेखला- कोपीन ( कमरबन्द सहित लंगोटी ) ( ४ ) धर्मदण्ड ( हाथ में लेने योग्य गोल दण्ड ) रूल एवं ( ५ ) पीले दुपट्टे तैयार रखे जाएँ ।।
- महर्षि कश्यप ऋषियों के साथ उनका उपनयन संस्कार करते हैं वामन बटुक को महर्षि पुलह ने यज्ञोपवीत , अगस्त्य ने मृगचर्म , मरीचि ने पलाश दण्ड , आंगिरस ने वस्त्र , सूर्य ने छत्र , भृगु ने खड़ाऊं , गुरु देव जनेऊ तथा कमण्डलु , अदिति ने कोपीन , सरस्वती ने रुद्राक्ष माला तथा कुबेर ने भिक्षा पात्र प्रदान किए ।