ख़ून-ख़राबा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- भीषण ख़ून-ख़राबा हुआ और सदियों के अकाल तख़्त पूरी तरह तबाह हो गया , स्वर्ण मंदिर पर भी गोलियाँ चलीं कई सदियों में पहली बार वहाँ से पाठ छह , सात और आठ जून को नहीं हो पाया .
- भारत और पाकिस्तान की आम जनता हिंदू हो या मुसलमान- दोनों देशों के बीच अमन और सहयोग चाहती है ख़ून-ख़राबा नहीं . कश्मीरियों को जोडने वाली बम पर हमले का क्या मतलब? आज कश्मीर की टूटी-फूटी हालत में दिल्ली में ऐसी बमबारी का क्या मतलब?
- आंग्ल-अमरीकी साम्राज्यवाद की अगुआई में जिस गठबंधन ने इराक पर हमला और कब्ज़ा किया था , उसको इस सिलसिले में किये गये महाभयानक अपराधों के लिए - ख़ून-ख़राबा , घोर यातना , लूट-खसौट इत्यादि के लिए ज़िम्मेदार ठहराने के लिए अनेक पहलकदमियों की श्रृंखला में यह नवीनतम प्रयास है।
- इतिहास में हमें कोई ऐसी घटना नहीं मिलती कि अगर किसी ने इस्लाम क़बूल करने से इन्कार किया तो उसे केवल इस्लाम क़बूल न करने के जुर्म में क़त्ल कर दिया गया हो , लेकिन कैथोलिक और प्रोटेस्टेंट के बीच संघर्ष में धर्म की बुनियाद पर बड़े पैमाने पर ख़ून-ख़राबा हुआ।
- ख़ून-ख़राबा , मार-पीट के सीन देखने पर वह हमारे रटाए हुए जुमले को दोहराता है , ' दैट्स नॉट वेरी नाइस , ' लेकिन साढ़े तीन साल का बच्चा भी शक्ति संतुलन समझता है , उसे सिखाने की ज़रूरत नहीं पड़ी कि उसे बंदूक के किस तरफ़ रहना चाहिए , पीछे या सामने .
- ख़ून-ख़राबा , मार-पीट के सीन देखने पर वह हमारे रटाए हुए जुमले को दोहराता है, 'दैट्स नॉट वेरी नाइस,' लेकिन साढ़े तीन साल का बच्चा भी शक्ति संतुलन समझता है, उसे सिखाने की ज़रूरत नहीं पड़ी कि उसे बंदूक के किस तरफ़ रहना चाहिए, पीछे या सामने.भारत यात्रा से लौटने के बाद बच्चे को हिंदू परंपरा से अवगत कराने के उद्देश्य से बालगणेश और रामायण की वीडियो सीडी ख़रीदी गई थी.
- चिंयौट के एक मोटे मुसलमान पागल ने , जो मुस्लिम लीग का सरगर्म कारकुन रह चुका था और दिन में पन्द्रह-सोलह मर्तबा नहाया करता था , यकलख् त यह आदत तर्क कर दी- उसका नाम मोहम्मद अली था , चुनांचे उसने एक दिन अपने जंगले में ऐलान कर दिया कि वह कायदे-आजम मोहम्मद अली जिन्नाह है , उसकी देखा-देखी एक सिख पागल मास्टर तारा सिंह बन गया- इससे पहले कि ख़ून-ख़राबा हो जाए , दोनों को ख़तरनाक पागल क़रार दे कर अलहदा-अलहदा बंद कर दिया गया।
- चियौट के एक मोटे मुसलमान ने , जो मुस्लिम लीग का सरगर्म कारकुन रह चुका था और दिन में 15 - 16 मर्तबा नहाया करता था , यकलख़्त यह आदत तर्क कर दी उसका नाम मुहम्मद अली था , चुनांचे उसने एक दिन अपने जंगल में एलान कर दिया कि वह क़ायदे-आज़म मुहम्मद अली जिन्नाह है ; उसकी देखा-देखी एक सिख पागल मास्टर तारा सिंह बन गया- इससे पहले कि ख़ून-ख़राबा हो जाए , दोनों को ख़तरनाक पागल क़रार देकर अलहदा-अलहदा बंद कर दिया गया .
- एक बराह्मण ने कहा कि ये साल अच्छा है ज़ुल्म की रात बहुत जल्द टलेगी अब तो आग चुल्हों में हर इक रोज़ जलेगी अब तो भूख के मारे कोई बच्चा नहीं रोएगा चैन की नींद हर इक शख्स यहां सोएगा आंधी नफ़रत की चलेगी न कहीं अब के बरस प्यार की फ़सल उगाएगी जमीं अब के बरस है यहीं अब न कोई शोर-शराबा होगा ज़ुल्म होगा न कहीं ख़ून-ख़राबा होगा ओस और धूप के सदमें न सहेगा कोई अब मेरे देश में बेघर न रहेगा कोई