गरिमाहीन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- क्योंकि इससे अंधाधुंध उपभोग व अमीरी की हवस पैदा करने वाला , असमानता व शोषण पर आधारित जो मानवीय गरिमाहीन, असामाजिक, निर्मम, बलात्कारी व स्वार्थी समाज बन रहा है, उसमें खास व आम के बीच की खाई निरंतर चौड़ी होती ही जा रही है.
- ' ' साक्षात्कार में उपयुक्त आपत्तिजनक शब्दों की हम भर्त्सना करते हैं , फिर भी संपादक और लेखक द्वारा खेद प्रकट करने के बावजूद कुछ रचनाकारों द्वारा लगातार गरिमाहीन आक्रमण से हम सभी रचनाकार क्षुब्ध अनुभव कर रहे हैं और अपनी असहमति व्यक्त कर रहे हैं।
- वैसे बात माफ़ी की चल रही है तो यह भी याद दिला दूँ कि आपके ब्लॉग पर जिस प्रकार डॉ . अजित गुप्ता जी का नाम माँ की सूची में लिखने के बावजूद तथाकथित भाइयों से उनका अपमान करवाया गया वह दुर्व्यवहार काफ़ी असभ्य और गरिमाहीन था।
- साक्षात्कार में उपयुक्त आपत्तिजनक शब्दों की हम भर्त्सना करते हैं , फिर भी संपादक और लेखक द्वारा खेद प्रकट करने के बावजूद कुछ रचनाकारों द्वारा एक संचार पत्र समूह विशेष में लगातार गरिमाहीन आक्रमण से हम सभी रचनाकार क्षुब्ध अनुभव कर रहे हैं और अपनी असहमति व्यक्त कर रहे हैं।
- यदि शेष निर्णायक में से कोई भी एक ' अभद्र ' , ' गरिमाहीन ' बहस में न पड़ना चाहे तो अलग बात है वर्ना तीस वर्ष एक मुक् त चर्चा के लिए पर्याप् त माने जाने चाहिए- मुझसे असहमत होने का अधिकार उनसे कौन छीन सकता है ?
- यदि शेष निर्णायक में से कोई भी एक ' अभद्र ' , ' गरिमाहीन ' बहस में न पड़ना चाहे तो अलग बात है वर्ना तीस वर्ष एक मुक् त चर्चा के लिए पर्याप् त माने जाने चाहिए- मुझसे असहमत होने का अधिकार उनसे कौन छीन सकता है ?
- यदि शेष निर्णायक में से कोई भी एक ' अभद्र ' , ' गरिमाहीन ' बहस में न पड़ना चाहे तो अलग बात है वर्ना तीस वर्ष एक मुक् त चर्चा के लिए पर्याप् त माने जाने चाहिए- मुझसे असहमत होने का अधिकार उनसे कौन छीन सकता है ?
- यदि शेष निर्णायक में से कोई भी एक ' अभद्र ' , ' गरिमाहीन ' बहस में न पड़ना चाहे तो अलग बात है वर्ना तीस वर्ष एक मुक् त चर्चा के लिए पर्याप् त माने जाने चाहिए- मुझसे असहमत होने का अधिकार उनसे कौन छीन सकता है ?
- ऐसे में आलोक मेहता ने अरुंधती के बारे में जो गरिमाहीन और कुत्सित बातें की हैं उनका जवाब देने की दरकार इसलिए नहीं है क्योंकि ऐसे ' आलोक मेहता ' राज्य द्वारा पोषित एवं संरक्षित प्रोपेगैंडा , ' सूचना उत्पादों ' को ही अपना नीति निदेशक तत्त्व मानते हैं।
- भाषासेतु- साक्षात्कार में उपयुक्त आपत्तिजनक शब्दों की हम भर्त्सना करते हैं , फिर भी संपादक और लेखक द्वारा खेद प्रकट करने के बावजूद कुछ रचनाकारों द्वारा एक संचार पत्र समूह विशेष में लगातार गरिमाहीन आक्रमण से हम सभी रचनाकार क्षुब्ध अनुभव कर रहे हैं और अपनी असहमति व्यक्त कर रहे हैं।