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घोटी का अर्थ

घोटी अंग्रेज़ी में मतलब

उदाहरण वाक्य

  1. कोंकण काड़ा , तारामती चोटी, केदारेश्वर गुफा ,हरिश्चंद्रेश्वर मंदिर आदि | हमारे बस/ट्रेक का मार्ग इस प्रकार था : मुंबई - इगतपुरी - घोटी - शेंडी गाँव - भन्डारधारा झील - (ट्रेक प्रारंभ )रतन वाड़ी गाँव - रतनगढ़-
  2. गौरतलब है कि मध्य रेलवे के घोटी और इगतपुरी रेलवे स्टेशन के बीच नासिक के पहाड़ी इलाके में निजामुद्दीन ( दिल्ली ) -एर्नाकुलम मंगला एक्सप्रेस के चार डिब्बे पटरी से उतर जाने से चार यात्रियों की मौत हो गई।
  3. व्यापारी नेता रविंदर धीर ने कहा कि यह कैसी सरकार है कि एक तरफ किसानों को कई हजार करोड़ की बिजली मुफ्त दी जा रही है वहीं दूसरी तरफ व्यापारियों के गले में टैक्स का फंदा लगाकर उनकी सांस घोटी जा रही है।
  4. जब हम चार घंटे की लाइन में लग कर मंदिर में पहुंचे तो मैंने पुजारी से पूछा-महाराज यहाँ भंग में धतुरा भी मिलाते हो क्या ? तो महाराज ने कहा -हाँ ! बिना धतुरा के यहाँ तो भंग घोटी ही नहीं जाती .
  5. बाँध के पास 820 मीटर से 840 मीटर के बीच पिलकी , घोटी, पलापू, सोधू, स्याँसू, बधान, हदियादी और छाम गाँवों के कई परिवार ऐसे हैं, जिनका न पुनर्वास किया गया है और न वे स्वयं कहीं और जा कर बसने की सामर्थ्य रखते हैं।
  6. बाँध के पास 820 मीटर से 840 मीटर के बीच पिलकी , घोटी, पलापू, सोधू, स्याँसू, बधान, हदियादी और छाम गाँवों के कई परिवार ऐसे हैं, जिनका न पुनर्वास किया गया है और न वे स्वयं कहीं और जा कर बसने की सामर्थ्य रखते हैं।
  7. बाँध के पास 820 मीटर से 840 मीटर के बीच पिलकी , घोटी , पलापू , सोधू , स्याँसू , बधान , हदियादी और छाम गाँवों के कई परिवार ऐसे हैं , जिनका न पुनर्वास किया गया है और न वे स्वयं कहीं और जा कर बसने की सामर्थ्य रखते हैं।
  8. बाँध के पास 820 मीटर से 840 मीटर के बीच पिलकी , घोटी , पलापू , सोधू , स्याँसू , बधान , हदियादी और छाम गाँवों के कई परिवार ऐसे हैं , जिनका न पुनर्वास किया गया है और न वे स्वयं कहीं और जा कर बसने की सामर्थ्य रखते हैं।
  9. इस बात से मुझे याद आया कि जब हम छोटे थे तो अगस्त महीने में पड़ने वाले त्यौहार हरितालिका तीज पर हमारे घर के पास वाले मंदिर में लाऊडस्पीकर पर गाना बजा करता था “शिव शंकर ने घोटी भांग कि बुँदिया पड़ने लगीं . ...” ठंडाई में अक्सर होली के अवसर पर भांग ..
  10. अधुरी शिक्षा सुविधा और गरीबी के कारण वनवासी पढ़ नहीं पाते हैं | इसी समस्या की ओर ध्यानाकर्षण करते हुए विश् व हिंदू परिषद ने नासिक जिले के घोटी गॉंव में वनवासी छात्रों के लिए एक वसतिगृह शुरू किया है , जिससे अब इन छात्रों के जीवन में नयी आशा की किरण ..
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