चतुरंगिणी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- भावार्थ : - साथ में अपार चतुरंगिणी सेना थी, जिसमें असंख्य योद्धा थे, जो सब के सब रण में जूझ मरने वाले थे।
- प्राचीन काल में इसके चार और आठ प्रकार तक बताए गए हैं जिन्हें क्रमशः चतुरंगिणी सेना और अष्टांगिक सेना कहा गया है।
- प्राचीन काल में इसके चार और आठ प्रकार तक बताए गए हैं जिन्हें क्रमशः चतुरंगिणी सेना और अष्टांगिक सेना कहा गया है।
- सेना के चार अंग- हस्ती , अश्व, रथ, पदाति माने जाते हैं और जिस सेना में ये चारों हैं, वह चतुरंगिणी कहलाती है।
- महाराज दथरथ राम के साथ चतुरंगिणी सेना और अन्न-धन का कोष भेजने की व्यस्था करना चाहते थे किन्तु राम ने विनयपूर्वक इसे अस्वीकार कर दिया।
- ‘‘ अन्य दैत्यों की चतुरंगिणी सेना साथ लेकर चामर भी लड़ने लगा , साठ हजार रथियों के साथ आकर उदग्र नामक महादैत्य ने लोहा लिया।
- “ भगवन , हमारी चतुरंगिणी सेना हर प्रकार के आधुनिक अस्त्र शस्त्रों से सुसज्जित है | शक्तिमान है तथा भली भाँति प्रशिक्षित भी है | ”
- प्राचीनकाल में सेना के चार अंग होते थे जिसे चतुरंगिणी सेना कहा जाता था जिसके चार प्रमुख अंग होते थे-पदातिक , हस्तिसेना , अश्वसेना और रथसेना ।
- रुक्मणी के रथ के भीतर पहुँचते ही दारुक ने रथ को उस ओर दौड़ा दिया जिधर अपनी चतुरंगिणी सेना के साथ बलराम उनकी प्रतीक्षा कर रहे थे।
- रुक्मणी के रथ के भीतर पहुँचते ही दारुक ने रथ को उस ओर दौड़ा दिया जिधर अपनी चतुरंगिणी सेना के साथ बलराम उनकी प्रतीक्षा कर रहे थे।