चालीसवाँ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- तो वह व्यापार के माल की ज़कात निकाले गा , जब उस के ज़कात का साल आ जाये और वह शेयर उसके अधिकार में हो : तो वह उसके बाज़ार मूल्य की ज़कात देगा , और अगर वहाँ उस के लिए कोई बाज़ार नहीं है तो विशेषज्ञों के उसके मूल्यांकन के अनुसार उसके मूल्य की ज़कात देगा , चुनाँचि वह उस मूल्य से और लाभांश से यदि शेयरों का कुछ लाभांश है तो , चालीसवाँ हिस्सा अर्थात 2.5 % ज़कात निकाले गा।
- कुछ और भयावह कल्पना की जाए कि यदि इतना भी बचा पाना संभव नहीं हुआ , तो .... ? तो ऐसे में मुझे 19 वीं शती के महानतम दार्शनिकों में गिने जाने वाले जर्मन दार्शनिक व लेखक Arthur Schopenhauer ( 1788 - 1860 ) याद आते हैं , जिन्होंने लिखा था कि यदि समूचा विश्व नष्ट हो जाए तो मात्र ईशोपनिषद ( यजुर्वेद का चालीसवाँ अध्याय ) बचा लिए जाने से समूची मानवता बची रह जाएगी क्योंकि उतने में भी समूची मानवता के लिए समस्त अथाह ज्ञान समाहित है।
- तो अगर वह कंपनी में शेयर इस उद्देश्य से खरीदा है ताकि वह शेयरों के वार्षिक लाभांश से फायदा उठाये , उस का मक़सद व्यापार करना नहीं है , तो इस प्रकार के शेयरों के मालिक पर मूल शेयर में ज़कात नहीं है , बल्कि केवल उसके लाभ में ज़कात अनिवार्य होगी , और वह लाभ ( आय ) को अपने क़ब्ज़े में करने के दिन से एक साल गुज़रने के बाद चालीसवाँ भाग ( 2.5 % ) है , जबकि ज़कात के अनिवार्य होने की शर्तें पाई जाती हों और कोई रूकावट न हो।