चिकित्सा-विज्ञान का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- चिकित्सा-विज्ञान के छात्रों को जो ज्ञान मिलेगा , उससे मानवता का उद्धार होगा ! अंततः बात वहीं आ गई न कि ज्ञानदान श्रेष्ठ होता है और देहदान द्वारा दिया गया ज्ञानदान सर्वश्रेष्ठ होता है।
- ' फूंक ' में भूत-प्रेत या भगवान में यकीन नहीं रखने वाले नायक के साथ-साथ विज्ञान , चिकित्सा-विज्ञान और एक प्रगतिशील सोच को हारते और ' काला जादू ' को जीतते दिखाया गया है।
- ' फूंक ' में भूत-प्रेत या भगवान में यकीन नहीं रखने वाले नायक के साथ-साथ विज्ञान , चिकित्सा-विज्ञान और एक प्रगतिशील सोच को हारते और ' काला जादू ' को जीतते दिखाया गया है।
- हम तो छोटी छोटी परेशानियों और तकलीफों से हार मानकर जिंदगी को कोसने लगते हैं दूसरी ओर यह एक ऐसा शक्स है जो पूरे चिकित्सा-विज्ञान और मनुष्य जाति के लिए एक जीवंत अजूबा बना हुआ है।
- भारत व भारतीय संस्कृति की भान्ति यह भारतीय चिकित्सा विज्ञान भी मानव इतिहास का सर्वप्रथम एवं प्रचीनतम चिकित्सा-विज्ञान है जिसका सृष्टि से पहले ही ब्रह्मा द्वारा वेदों में प्रवर्तन किया गया और पृथ्वी पर चरक तक पहुंचा।
- यहाँ तक कि चिकित्सा-विज्ञान के स्नातक भी यौन-शिक्षा के किसी स्वीकृत व मान्य स्रोत के अभाव में अपना प्रारम्भिक यौन ज्ञान अन्य लोगों की तरह ही विकृत और अधकचरे रूप में प्राप्त करने के लिए बाध्य हैं .
- अस्पतालों में इलाज के नाम पर मरीजों की जिंदगी का मोल-भाव करने और ऑपरेशन टेबल पर किसी गंभीर मरीज के प्राणों का सौदा करने वाले भी चिकित्सा-विज्ञान की उच्च डिग्रियों से सुसज्जित लोग ही तो होते हैं .
- आयुर्वेदिक , यूनानी, एलोपैथिक तथा होम्योपैथी सभी इसके निराकरण के लिए कटिबद्ध प्रतीत होते हैं अत हम विश्वास कर सकते हैं कि चिकित्सा-विज्ञान अपनी तकनीक की प्रगति से तथा चिकित्सों के अथक परिश्रम से इस रोग की असाध्यता को साध्यता में परिणत करेंगे।
- क्योँ ? क्या कहते हो ? हाँ वह तो है, पर मुझसे कहा गया था, भारतवर्ष के लिये कुछ वरदान मांगने को - तो यही तो वे कालखंड हैं, जिनमें भारतवर्ष का सैन्य बल, शिक्षा पद्धति, अर्थशास्त्र, शासन-प्रणाली, नक्षत्र-विज्ञान, चिकित्सा-विज्ञान, धातु-कर्म, गणित, नीति-शास्त्र आदि अपनी चरम सीमा पर थे।
- क्योँ ? क्या कहते हो ? हाँ वह तो है, पर मुझसे कहा गया था, भारतवर्ष के लिये कुछ वरदान मांगने को - तो यही तो वे कालखंड हैं, जिनमें भारतवर्ष का सैन्य बल, शिक्षा पद्धति, अर्थशास्त्र, शासन-प्रणाली, नक्षत्र-विज्ञान, चिकित्सा-विज्ञान, धातु-कर्म, गणित, नीति-शास्त्र आदि अपनी चरम सीमा पर थे।