चिढ़ना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- दादाश्री : लोग उसे क्या कहेंगे ? ये बच्चे भी उसे कहेंगे कि , ' ये तो चिड़चिड़े ही हैं ! ' चिढ़ना मूर्खता है , फूलिशनेस है ! चिढ़ना को कमज़ोरी कहते हैं।
- आप बताओ बोलो कैसे जीना है रोते रोते या गुनगुनाकर आप बताओ भीषण अंधेरी रात में जब कुछ दिखाई नही देता है आपके लिये दीप लेकर कोई जरूर खड़ा होता है अंधेरे में चिढ़ना है ?
- सिंहावलोकन करें तो ये सारे यही पाठ पढ़ाते दिखाई देते हैं कि हम सिर्फ़ अपनी गरीबी को नियति मानकर व्यवस्था से चिढ़ना सीखें या फिर थकहार कर संकटमोचन चालीसा का पाठ करें पर स्वयं कुछ न करें ।
- सिंहावलोकन करें तो ये सारे यही पाठ पढ़ाते दिखाई देते हैं कि हम सिर्फ़ अपनी गरीबी को नियति मानकर व्यवस्था से चिढ़ना सीखें या फिर थकहार कर संकटमोचन चालीसा का पाठ करें पर स्वयं कुछ न करें ।
- इसलिये नियमतः उन्हें चिढ़ना ही चाहिये और ये चिढ़न उन्हें मंच पर निकालनी ही चाहिये थी मगर जैसा कि ब्रेख्त का नाटक भी दिखाता है कि उच्च स्तर की मानवीयता ऐसे अपवादों से ही परवान चढ़ती है , क्या करें।
- इसलिये नियमतः उन्हें चिढ़ना ही चाहिये और ये चिढ़न उन्हें मंच पर निकालनी ही चाहिये थी मगर जैसा कि ब्रेख्त का नाटक भी दिखाता है कि उच्च स्तर की मानवीयता ऐसे अपवादों से ही परवान चढ़ती है , क्या करें।
- इसके साथ हीविभिन्न क्रियाएं करते हुए वह निश्चित भावनाएं भी अनुभव करता है , जैसे बाधाएं एवं कठिनाइयां सामने आने पर चिढ़ना , आवश्यकताओं की तुष्टि पर खुश होना , श्रम के लिए उत्साह , थकान , श्रम मेंआनंद पाना , इत्यादि।
- सर्वभाषा व्याकरण के अनुसार कुछ अकर्मक क्रियाएँ ऐसी हैं जो अपने सहज अर्थों में कर्ता के साथ-साथ सहपात्र की आकांक्षा भी करती हैं , जैसे मिलना , लड़ना , झगड़ना , चिपटना , टकराना , डरना , कतराना , चिढ़ना आदि .
- सर्वभाषा व्याकरण के अनुसार कुछ अकर्मक क्रियाएँ ऐसी हैं जो अपने सहज अर्थों में कर्ता के साथ-साथ सहपात्र की आकांक्षा भी करती हैं , जैसे मिलना , लड़ना , झगड़ना , चिपटना , टकराना , डरना , कतराना , चिढ़ना आदि .
- चिढ़ना और चिढ़ाना मानव स्वभाव है किन्तु किसी को चिढ़ाते समय ध्यान रखना आवश्यक है कि हम सीमा में रहें क्योंकि किसी को यदि एक सीमा से अधिक चिढ़ाया जाए तो उसकी चिढ़ उग्र रूप धारण करके क्रोध का रूप धारण कर लेता है।