चोंचलेबाजी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ऐसा नहीं है कि यह भारतीयों के खिलाफ कोई षण्यंत्र है लेकिन इतना जरूर है कि विदेशी दानदाताओं से पैसा लेने के चक्कर में देश के अधिकांश गैर सरकारी संगठनों को इस तरह की चोंचलेबाजी करनी पड़ती है .
- मालूम है कितना प्यार करते हैं , सब चोंचलेबाजी ... “ मम्मी जल्दी-जल्दी मिकी को कुल्ला कराती बड़बड़ा रही थी , ” दो-चार रुपल्ली का सामान ला देंगे और बहुत हितैषी बन कर रोकेंगे स्कूल जाने से ... ।
- ऐसा नहीं है कि यह भारतीय त्यौहारों के खिलाफ कोई षण्यंत्र हो लेकिन इतना जरूर है कि विदेशी दानदाताओं से पैसा लेने के चक्कर में देश के अधिकांश गैर सरकारी संगठनों को इस तरह की चोंचलेबाजी करनी पड़ती है .
- यहाँ तक कि अदालत ने गत 16 जनवरी , 2913 को घोटाले के आरोपियों को दोषी ठहराते हुए 22 जनवरी को सजा सुनाने का ऐलान तक भी कर दिया था , इसके बावजूद आम आदमी को यही लग रहा था कि यह सब चिर-परिचित चोंचलेबाजी है , उससे बढ़कर कुछ नहीं।
- यह सिर्फ कुछ पत्रिकाओं की चोंचलेबाजी है। ' ' वह यह भी कह सकते थे कि “जब ये टीवी चैनल वाले एक ही खबर को दिनभर और कई-कई दिनों तक दिखा सकते हैं तो कोई अच्छी कविता हम अनेक बार क्यों नहीं छाप सकते।” बाबा नए लोगों से जुड़कर खुद भी नया हो जाते थे।
- उम्मीद की पतली डोर है परखो इसे मत इतना कि रेशा-रेशा इसका उधड़ जाए तुम चिंता क्यों नहीं करते दल-दल की जिसमें हो तुम बुरी तरह फँसे निष्क्रिय शरीर और चोंचलेबाजी में तुम्हारी महारत हैरत की बात है ऐसा तो नहीं है कि तुम्हारे खुले मुंह में कोई कुछ डाल जाता है और तुम उसी की टर्राने लगते हो
- चूँकि भारत रत्न या कोई मानद उपाधि शासक वर्ग द्वारा तभी दी जाती है जब वो व्यक्ति विशेष न केवल उसके काबिल हो बल्कि अपने सम्मान प्रदाताओं के प्रति कृतज्ञता का भाव भी रखता हो ! ये मानद उपाधियों की चोंचलेबाजी हम भारतीयों को ही नहीं बल्कि उन तमाम राष्ट्रों को जो कामनवेल्थ के पुछल्ले याने ब्रिटिश साम्राजयवाद के भूतपूर्व गुलाम हैं- उन सभी को अपने अंग्रेज हुक्मरानो से विरासत में मिली है।
- अखबार और मीडिया के मार्फत जब ये बातें आम जनता तक पहुंचती हैं तो सभी इसकी जमकर सराहना करते हैं , पर लोगों को यह बात हजम करनी मुश्किल होती कि आखिर इतने अपराधों में लिप्त होने के बाद भी सरकारी नुमाइंदों पर तो कार्रवाई होती पर राजनेताओं के गिरेबां तक इस सरकार के हाथ क्यों नहीं पहुंच पाते ? हालांकि विपक्ष इसे सिरे से खारिज करता रहता और सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक चोंचलेबाजी करार देता।