छिन-छिन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- रात और दिल , पल-पल छिन-छिन आगे बढता जाए तोङ पुराना नए सिरे से सब कुछ गढता जाए इस उम्मीद के साथ कि पुराना जो सङ चुका है, अप्रासंगिक हो चुका है टूटेगा उसकी जगह कुछ नया रचा जाएगा जो अच्छा होगा, सच्चा होगा, आप सभी को नया साल मुबारक हो।
- बही सुगंधि मस्त पवन में डूबा गहरे प्रेम सरोवर खोया एसे अपनेपन में पल-पल छिन-छिन भाव आ राहे इस अलबेले पागल मॅन में दीख रही थी वही परी अब हर बच्चे में हर बचपन में जी चाहता है पंख लगाकर उड़ जाऊं में दूर गगन में उजली निखरी सी एक किरण सी . ................. खुशियों की लहरों ने गया ......................
- सीधे-सीधे लोक और लोक संस्कृति से आए कुछ शब्दों का उल्लेख यहां अप्रासंगिक नहीं होगा - तार सप्तक और अभी बिल्कुल अभी संग्रह में आए उल्लेखनीय लोक शब्द हैं - बिछल , बौर , छुअन , निहाई , टूक-टूक , दुधिया , छिन-छिन , छूंछा-छूंछा , दुपहरिया , झुर-झुर , गमक , फागुल , पाहुन , छलिया , सिरजन , पात , बाट , ढरे , पछुवा , पुरवा , ठनकी , पण्डूक , सिराए , भिनसारे , ठार , गड़ेर , कड़कन , कसकन इत्यादि।
- सीधे-सीधे लोक और लोक संस्कृति से आए कुछ शब्दों का उल्लेख यहां अप्रासंगिक नहीं होगा - तार सप्तक और अभी बिल्कुल अभी संग्रह में आए उल्लेखनीय लोक शब्द हैं - बिछल , बौर , छुअन , निहाई , टूक-टूक , दुधिया , छिन-छिन , छूंछा-छूंछा , दुपहरिया , झुर-झुर , गमक , फागुल , पाहुन , छलिया , सिरजन , पात , बाट , ढरे , पछुवा , पुरवा , ठनकी , पण्डूक , सिराए , भिनसारे , ठार , गड़ेर , कड़कन , कसकन इत्यादि।