छुकछुक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसके पश्चात कवियत्री अंजुम रहबर ने ‘तेरी यादों को प्यार करती हूं , सौ जनम भी निसार करती हूं, तुझको फुर्सत मिले तो आ जाना, मैं तेरा इंतजार करती हूं' ‘ये किसी धाम का नहीं होता, प्यार जब तक नहीं टूटे, दिल किसी काम का नहीं होता' ‘छुकछुक छुकछुक रेल चली है जीवन की' सुनाकर माहौल में प्यार की बहार ला दी।
- मराठवाड़ा से मुंबई लौटते वक्त , छुकछुक करती ट्रेन के साथ बचपन की कविता भी चल रही है- “शिकारी आता है/ जाल फैलाता है/ दाने का लोभ दिखाता है/ लेकिन हमें जाल में नहीं फसना चाहिए.'' लेकिन मराठवाड़ा में शोषण का जाल केवल फैला ही नहीं है, काफी कसा हुआ है इसलिए चिड़िया नहीं जानती कि वो जाल के अंदर है या बाहर.
- मराठवाड़ा से मुंबई लौटते वक्त , छुकछुक करती ट्रेन के साथ बचपन की कविता भी चल रही है- “शिकारी आता है/ जाल फैलाता है/ दाने का लोभ दिखाता है/ लेकिन हमें जाल में नहीं फसना चाहिए.'' लेकिन मराठवाड़ा में शोषण का जाल केवल फैला ही नहीं है, काफी कसा हुआ है इसलिए चिड़िया नहीं जानती कि वो जाल के अंदर है या बाहर.
- मराठवाड़ा से मुंबई लौटते वक्त , छुकछुक करती ट्रेन के साथ बचपन की कविता भी चल रही है- `` शिकारी आता है / जाल फैलाता है / दाने का लोभ दिखाता है / लेकिन हमें जाल में नहीं फसना चाहि ए. '' लेकिन मराठवाड़ा में शोषण का जाल केवल फैला ही नहीं है , काफी कसा हुआ है इसलिए चिड़िया नहीं जानती कि वो जाल के अंदर है या बाहर .
- मराठवाड़ा से मुंबई लौटते वक्त , छुकछुक करती ट्रेन के साथ बचपन की कविता भी चल रही है- `` शिकारी आता है / जाल फैलाता है / दाने का लोभ दिखाता है / लेकिन हमें जाल में नहीं फसना चाहि ए. '' लेकिन मराठवाड़ा में शोषण का जाल केवल फैला ही नहीं है , काफी कसा हुआ है इसलिए चिड़िया नहीं जानती कि वो जाल के अंदर है या बाहर .