जज़बात का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कविता ख़ामोशी जज़बात दास्ताँ धड़कन न मिला कोई तुम सा , पहले कभी
- ये लक़ब जो सौहरेरात है बस तोहफा ए जज़बात है ।
- जगा दिये तुम्ने वो सब जज़बात जो दबे थे दिल म कहिं .
- कुछ ऎसे ही जज़बात का इज़हार नजमा ने अपनी शाइरी में किया हॆ
- “क्योंकि यू नो ! ...हम भी इनसान हैँ और हमारे भी कुछ जज़बात होते हैँ”...
- चाहत , ख़ुलूस, प्यार के रिश्ते बदल गए जज़बात में न आज वो गहराइयां रहीं.
- तो साहब सारा तामझाम रूपये-पैसे का है . .. मनुष्यता .. भावनाएँ ... जज़बात ...
- तो साहब सारा तामझाम रूपये-पैसे का है . .. मनुष्यता .. भावनाएँ ... जज़बात ...
- चाहत , ख़ुलूस, प्यार के रिश्ते बदल गए जज़बात में न आज वो गहराइयां रहीं.
- ताकि कोई और लोगों के जज़बात से खेलने और क़ानून तोड़ने की हिम्मत न करे .