जबह का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- दूसरे ने गीत के गंभीर स्वर की नकल उतारते हुए कहा , हाय , मार डाला ! तीसरे ने दिल पर हाथ रख कर कहा , कुंद छुरी से जबह कर डाला ! और फिर से ठहाके लगने लगे।
- ऐसी कुछ सोच इटली के रहने वाले पेट्रो के मन में भी आई जबह उन्होंवने देखा की इटली की धनसंपदा केवल 20 फीसदी लोगों के पास ही है , जबकि 80 फीसदी लोग अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
- हर मुस्लिम को एक क्रूर , निष्ठुर हत्यारा बनाने के उद्देश्य से जानवरों को ' जबह ' जैसे दर्दनाक मौत देकर मुसलमानों को मांस खाने के लिए स्पष्ट निर्देश देने वाले क्रूर विचारधारा को एक धार्मिक विचारधारा कैसे माना जा सकता है ?
- हर मुस्लिम को एक क्रूर , निष्ठुर हत्यारा बनाने के उद्देश्य से जानवरों को ' जबह ' जैसे दर्दनाक मौत देकर मुसलमानों को मांस खाने के लिए स्पष्ट निर्देश देने वाले क्रूर विचारधारा को एक धार्मिक विचारधारा कैसे माना जा सकता है ?
- …… तो संभव है यह संयोग हो पर मैं इसे महत्वपूर्ण मानता हूँ कि ऐ लड़की की चर्चा निर्मल वर्मा की बावली और मनोज रूपड़ा की जबह ( तीनों वर्तमान साहित्य , महाविशेषांक ) के सन्दर्भ में बेहतर की जा सकती है .
- इस समय जबह कमर तोड़ महंगाई ने 65 प्रतिशत आबादी को भूखा सोने पर मजबूर कर रही है ऐसे में पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी , शाहरुख खान और आईपीएल को राष्ट्रीय विषय बनाकर परिचर्चा करना और कराना मुर्खता नहीं तो और क्या है ... ?
- मनोज कुमार की उस फिल्म की एक नायिका अरूणा ईरानी पर फिल्माया गया वह गाना आज के पंडित जी के ऊपर सटीक बैठता है क्योकि कहना नहीं चाहिये कि अधिकांश पंडित जी अपने मँुह मे गंगा जल कीह जबह मदीरा जल का ही सेवन करने लगे है।
- मनोज कुमार की उस फिल्म की एक नायिका अरूणा ईरानी पर फिल्माया गया वह गाना आज के पंडित जी के ऊपर सटीक बैठता है क्योकि कहना नहीं चाहिये कि अधिकांश पंडित जी अपने मँुह मे गंगा जल कीह जबह मदीरा जल का ही सेवन करने लगे है।
- आज भी कहीं-कहीं उस सम्प्रदाय के नामलेवा मौजूद हैं , मगर क्या सरकार ने नर-बलि को अपराध नहीं ठहराया और ऐसे मजहबी दीवानों को फाँसी नहीं दी ? अपने स्वाद के लिए आप भेड़ को जबह कीजिएगा , या गाय , ऊँट या घोड़े को ? मुझे कोई आपत्ति नहीं।
- कबीरदास जी तो इस सम्बन्ध में पूछते भी हैं ' मुलना तुझे करीम का , कब आया फरमान दया भाव हिरदै नही , जबह करै हैवान ' कुरीतियों , अंध श्रद्धा या धर्म के नाम पर जघन्य कर्म जैसे तांत्रिक आदि द्वारा पशु / नर बलि आदि पर चिंतन किया जाना चाहिये .