ज़ख़ीरा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- यही कारण है कि नक्सलियों को बर्मा के रास्ते हथियारों का जो ज़ख़ीरा मुहैया कराया जा रहा है , उसकी खेप कलाईकुंडा एयरबेस के पास बंगाल की खाड़ी पर उतरती है और भारतीय वायुसेना को इस बात की भनक भी नहीं लग पाती.
- उर्दू शायरी के शौक़ीन साहिबान के लिए एक साइटउर्दू शायरी के शौक़ीन साहिबान के लिए आज हम एक ऐसी साइट का पता दे रहे हैं , जहां ग़ज़लों का एक बड़ा ज़ख़ीरा मौजूद है और साइट का नाम भी ज़ख़ीरा ही मौजूद है।
- उर्दू शायरी के शौक़ीन साहिबान के लिए एक साइटउर्दू शायरी के शौक़ीन साहिबान के लिए आज हम एक ऐसी साइट का पता दे रहे हैं , जहां ग़ज़लों का एक बड़ा ज़ख़ीरा मौजूद है और साइट का नाम भी ज़ख़ीरा ही मौजूद है।
- उसका निर्माण इस तरह किया गया था कि बारिश के पानी की तेज़ धारा पुश्तों से टकराकर जब अपना रास्ता बदलती , तो नालियों से गुज़रती हुई ढलान के उस तरफ़ बहकर जाती, जहाँ ज़मीन खोदकर पानी का ज़ख़ीरा करने का निहायत मुनासिब इन्तज़ाम था।
- इसपर यह आयत उतरी और फ़रमाया गया कि बहुत से जानवर ऐसे हैं जो अपनी रोज़ी साथ नहीं रखते , इसकी उन्हें क़ुव्वत नहीं और न वो अगले दिन के लिये कोई ज़ख़ीरा जमा रखते हैं जैसे कि पशु हैं , पक्षी हैं .
- और एकाधिकार ( इजारादारी), सूदख़ोरी, अप्राप्त आमदनियों व लाभों को पहले ही निश्चित कर लेने, मंडियों पर क़ब्ज़ा कर लेने, ज़ख़ीरा अन्दोज़ी ;भ्वंतकपदहद्ध बाज़ार का सारा सामान ख़रीदकर कीमतें बढ़ाने के लिए कृत्रिम अभाव पैदा करना, इन सब कामों को इस्लाम ने अवैध घोशित किया है।
- और एकाधिकार ( इजारादारी), सूदख़ोरी, अप्राप्त आमदनियों व लाभों को पहले ही निश्चित कर लेने, मंडियों पर क़ब्ज़ा कर लेने, ज़ख़ीरा अन्दोज़ी ;भ्वंतकपदहद्ध बाज़ार का सारा सामान ख़रीदकर कीमतें बढ़ाने के लिए कृत्रिम अभाव पैदा करना, इन सब कामों को इस्लाम ने अवैध घोशित किया है।
- 1 - “ क़द्दमा ख़ैरन ” जो ख़ैर को आगे भेजता है यानी वह इस उम्मीद में नहीं रहता कि दूसरे उसके लिए कोई नेकी भेजें , बल्कि वह पहले ही अपने आप नेकियों को ज़ख़ीरा करता है और आख़ेरत का घर आबाद करता है।
- उसका निर्माण इस तरह किया गया था कि बारिश के पानी की तेज़ धारा पुश्तों से टकराकर जब अपना रास्ता बदलती , तो नालियों से गुज़रती हुई ढलान के उस तरफ़ बहकर जाती , जहाँ ज़मीन खोदकर पानी का ज़ख़ीरा करने का निहायत मुनासिब इन्तज़ाम था।
- अल्लाह के बन्दों ! अल्लाह से डरो , और मौत से पहले अपने आमाल ( कर्मों ) का ज़ख़ीरा ( भंडार ) फ़राहम ( संचित ) कर लो और दुनिया की फ़ानी ( नाशवान ) चीज़ें देकर बाक़ी ( शेष ) रहने वाली चीज़ें ख़रीद लो।