ज़ारशाही का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मैंने पुस्तक को तीन भागों में लिखने की योजना बनायी थी - पहला भाग मध्यएशियाई राष्ट्रीयताओं के आदिम युग से लेकर लेनिनवादी-स्टालिनवादी मार्गनिर्देश के तहत ज़ारशाही शोषण से अंतत : मुक्ति और उपलब्धियों तक के ऐतिहासिक विकास और उनके संघर्ष से सम्बन्धित है।
- पेत्रोग्राद के मज़दूरों ने ज़ारशाही को पराजित करने के फौरन बाद , स्वयं अपना संगठन मज़दूर प्रतिनिधियों की सोवियतें बनाया और उसे तत्काल संगठित व विस्तारित करना तथा सैनिकों और किसानों के प्रतिनिधियों की स्वतन्त्र सोवियतों का गठन करना शुरू कर दिया।
- मैंने पुस्तक को तीन भागों में लिखने की योजना बनायी थी - पहला भाग मध्यएशियाई राष्ट्रीयताओं के आदिम युग से लेकर लेनिनवादी-स्टालिनवादी मार्गनिर्देश के तहत ज़ारशाही शोषण से अंतत : मुक्ति और उपलब्धियों तक के ऐतिहासिक विकास और उनके संघर्ष से सम्बन्धित है।
- तीन महीने की इस प्रारम्भिक कैद ने समोइलेवा को यह देखने का मौका दिया कि ज़ारशाही की असलियत क्या थी , और इसमें सन्देह नहीं कि इस अनुभव ने क्रान्ति के लिए अपना जीवन समर्पित करने के उनके फैसले को और भी मज़बूत किया।
- इसके अध्ययन के अनेक ऐतिहासिक चरण हैं , जैसे कि औपनिवेशिक काल में ब्रिटिश साम्राज्यवाद एवं रूसी ज़ारशाही के मध्य एशिया में प्रतिस्पर्धा, तदुपरांत शीत युद्ध काल में अमेरिकी साम्राज्यवाद व सोवियत संघ के मध्य स्पर्धा आदि ऐसे अनेक उदाहरण हैं, जो कि भूराजनीति के महत्वपूर्ण चरण कहे जा सकते हैं।
- इसके अध्ययन के अनेक ऐतिहासिक चरण हैं , जैसे कि औपनिवेशिक काल में ब्रिटिश साम्राज्यवाद एवं रूसी ज़ारशाही के मध्य एशिया में प्रतिस्पर्धा, तदुपरांत शीत युद्ध काल में अमेरिकी साम्राज्यवाद व सोवियत संघ के मध्य स्पर्धा आदि ऐसे अनेक उदाहरण हैं, जो कि भूराजनीति के महत्वपूर्ण चरण कहे जा सकते हैं।
- उदाहरण के लिए , जब प्राव् दा ने ” वर्ष 5 की पूरी और बिना कटी-छँटी माँगों ” के बारे में लिखा तो मज़दूर समझ गये कि इसका मतलब बोल्शेविकों के क्रान्तिकारी नारे हैं - यानी ज़ारशाही का ख़ात्मा , जनवादी गणतन्त्र , भू-जागीरों की ज़ब्ती और काम के आठ घण्टे।
- उन दिनों लेनिन का अखबार इस्क्रा ( ” चिंगारी ” ) पेरिस से प्रकाशित होता था और लेनिन और इस अखबार के उनके सहकर्मी उन सबसे ज़हीन युवाओं को , जिन्होंने ज़ारशाही का दमन झेला था और उससे बचने के लिए पेरिस आ गये थे , उन उदारवादी प्राध् यापकों के प्रभाव से निकालने के लिए व्यग्र थे।
- वह क्रान्तिकारी उभार के उस दौर में सेण्ट पीटर्सबर्ग पहुँची थीं जब मज़दूर तबका क्रान्तिकारी संघर्ष ( 1896 की सेण्ट पीटर्सबर्ग की हड़तालें ) के मंच पर पहली बार सामान्य से अधिक ऊर्जा के साथ उभरा था , जब ज़ारशाही सरकार ने क्रान्तिकारी छात्रों की माक्र्सवादी विचारधारा के रूप में अकस्मात एक नये दुश्मन की शिनाख्त की थी।
- पार्टी की केन्द्रीय समिति के सदस्य और दूमा में हमारे प्रतिनिधि मालिनोव्स्की को हमारा विश्वास प्राप्त करने के लिए हमारे क़ानूनी दैनिक अखबारों की स्थापना में हमारी मदद करनी पड़ी , जो ज़ारशाही के राज में भी मेन्शेविकों के अवसरवाद के ख़िलाफ़ संघर्ष चलाते रहे तथा समुचित ढंग से प्रच्छन्न रूप में बोल्शेविक सिद्धान्तों का प्रचार भी करते रहे।