जात पांत का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- चुनाव धन और बल जमकर इस्तेमाल और उस पर धर्म जात पांत का दूषित जहर कोई भी सही चुनाव होने देता | न सही नेता तो ऐसे नेताओं की सरकार भी वैसी ही अब इन सब के समूह को संसद कहते है | संसद क्योंकि सम्मानीय है संवेधानिक तथा वन्दनीय है तो गलत तरह से चुने बलात्कारी , डाकू .
- भारत का इतिहास इसी तरह के विभाजन और आपसी लड़ाई झगड़ों की दास्ताँ लिए हुए है २ ० १ ० का समय भी ये धर्म , क्षेत्रीयतावाद , जात पांत के भेद भावों को मिटा न पाया उसका बहुत अफ़सोस है - - हर देश भक्त को नमन - भारतीय जनता कब संगठित होगी ? बातें करने का समय कब का बीत चूका है ...
- भारत का इतिहास इसी तरह के विभाजन और आपसी लड़ाई झगड़ों की दास्ताँ लिए हुए है २ ० १ ० का समय भी ये धर्म , क्षेत्रीयतावाद , जात पांत के भेद भावों को मिटा न पाया उसका बहुत अफ़सोस है - - हर देश भक्त को नमन - भारतीय जनता कब संगठित होगी ? बातें करने का समय कब का बीत चूका है ...
- धर्मपाल का तो कॉमेंट निंदनीय ही है पर आप इसमे भी जात पांत की बाते कर रहे है , ,, क्या वो महिला मुसलमान होती तब आप शंका प्रकट करते ,,,, हिन्दुओ मे इसी जातिगत बिखराव ने इस्लाम को इस देश मे पर जमाने दिये ,,, पर ए ना भूले की मुसलमानो मे भी जात पात ऊंच नीच बड़ा छोटा सब पाया जाता है ,,, जैसे हिन्दुओ मे ,,,
- हाँ नहीं तो नहीं रह पाओगे इस सडांध में नहीं ढल पाओगे उड़ जाओगे फुर्र सीढियां चढ़ जाओगे दिखाई दोगे सब को मुह खोलोगे सच बोलोगे आग उगलोगे वो आग जो झोपड़ियों को नहीं जलाती गरीबों को नहीं छू पाती जो घातक है कोठियों के लिए अन्यायी के लिए अन्याय के लिए मुझसे बीमार के लिए तेरी दवा जहर है हमारे लिए हमारी जात पांत के लिए जिसकी आज भरमार है तू ईमानदार है अल्पसंख्यक है तेरी संसद नहीं बनेगी न ही कभी तेरी सत्ता चलेगी शुक्ल भ्रमर ५ १ २ .
- किसी बदलाव को लाने लिए जरुरी वह यहाँ नहीं है | जरा से समय को गुजर जाने के बाद हम असली मुद्दों से भटक कर जात पांत के झंझट में पड़कर अपने वहुमुल्य वोट या तो डालने ही नहीं जाते या गलत जगह दल आते है | अपने सहूलियत के लिए छोटे मोटे फायेदे के लिए नेताओं का सहारा लेते हैं जो कई बार कानून की द्रष्टि से सही नहीं होते , यहीं से हम अपने स्वाभिमान को जब एक बार बेचते तो बार बार गर्त में जाते है देश में भ्रष्टाचार यूँ ही चलता रहता है |