जानाँ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उनकी शायरी में जान और जानाँ के बीच के अजर-अमर संबंध गहरे तलिस्मी अंदाज़ में एक दूसरे में समाये हुए मिलते हैं।
- किस कोंपल की आस में अब तक वैसे ही सर-सब्ज़ हो तुम अब तो धूप का मौसम है बरसात गुज़र गई जानाँ
- गर्दिशे किस्मत से हम मायूस होकर ऐ ' रसा',कूचए जानाँ में मिस्ले आस्माँ फिर कल चले।"- भारतेंदु हरिश्चंद प्रस्तुति - विनय ओझा 'स्नेहिल '
- ' सप्तरंगी प्रेम' ब्लॉग पर आज प्रेम की सघन अनुभूतियों को समेटती वन्दना गुप्ता जी की एक कविता 'बस एक बार आजा जानाँ'. आपकी प्रत...
- यानी जब भी तुम्हें लगे कि मैं प्रेम कवितायें अच्छी लिख रहा हूँ तो जान जाना जानाँ की मेरे जीवन में अब प्रेम कहीं नहीं है .
- ये दुख आसाँ न थे जानाँ पुरानी दास्तानों में तो होता था कि कोई शाहज़ादी या कोई नीलम परी देवों या आसेबों की क़ैदी अपने आदम ज़ाद दीवाने की रह तकते
- दुष्यन्प्त ' गमे दौराँ' के साथ 'गमे जानाँ' को भी अपनी गजलों में पूरी शिद्दत से पेश करते हैं - तू किसी रेल सी गुजरती है, मैं किसी पुल सा थरथराता हूँ।
- हम्माम में ज़ेर ए आब जिसम ए जानाँ जगमग जगमग ये रंग ओ बू का तूफ़ाँ मलती हैं सहेलियाँ जो मेंहदी रचे पांव तलवों की गुदगुदी है चहरे से अयाँ 8 .
- जो देखूंगा तुम को ख़ुशी से सजा मैं तो दिल को मेरे भी सुकूं सा मिलेगा नज़र न लगे तेरी खुशियों को जानाँ मैं हर पल दुआ में खुदा से कहूँगा ।
- यही इश्क़ ही जी खपा जानता है कि जानाँ से भी दिल मिला जानता है मेरा शे ' र अच्छा भी दानिस्ता ज़िद से किसी और ही का कहा जानता है ज़माने के अक्सर सितम्गार देखे वही ख़ूब तर्ज़-ए-जफ़ा जानता है