जाम्बवती का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ' अन्तर्यामी श्री कृष्ण जाम्बवान की गुहा में गए और 21 दिन तक घोर युद्ध करके उनकी पुत्री जाम्बवती को तथा स्यमन्तक मणि को ले आये।
- भगवान के ऐसा कहने पर जाम्बवान बड़े आनन्द से उनकी पूजा करने के लिए अपनी कन्या कुमारी जाम्बवती को मणि के साथ उनके चरणों में समर्पित कर दिया।
- भगवान के ऐसा कहने पर जाम्बवान बड़े आनन्द से उनकी पूजा करने के लिए अपनी कन्या कुमारी जाम्बवती को मणि के साथ उनके चरणों में समर्पित कर दिया।
- ' ' भगवान के ऐसा कहने पर जाम्बवान ने बड़े आनंद से उनकी पूजा की तथा अपनी कन्या कुमारी जाम्बवती को मणि के साथ उनके चरणों में समॢपत कर दिया।
- रुक्मिणी , जाम्बवती , सत्यभामा और कालिन्दी का दक्षिण और पश्चिमोत्तर दल में बीच में आह्वान कर ; ईशानादि दिशाविभागमें शंख , चक्र , गदा और पद्म का आह्वान करें।
- रुक्मिणी , जाम्बवती , सत्यभामा और कालिन्दी का दक्षिण और पश्चिमोत्तर दल में बीच में आह्वान कर ; ईशानादि दिशाविभागमें शंख , चक्र , गदा और पद्म का आह्वान करें।
- हिन्दू कथाओं के अनुसार , भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं यह मणि युद्ध के बाद जामवन्त से ली थी , जिसकी पुत्री जाम्बवती ने बाद में श्रीकृष्ण से विवाह भी किया था।
- भविष्यवाणी , कंस द्वारा देवकी के बालकों की हत्या , कृष्ण का जन्म , कृष्ण की बाल लीलाएं , गोपालन , कंस वध , अक्रूर जी की हस्तिनापुर यात्रा , जरासंध से युद्ध , द्वारका पलायन , द्वारका नगरी का निर्माण , रुक्मिणी से विवाह , प्रद्युम्न का जन्म , शम्बासुर वध , स्यमंतक मणि की कथा , जाम्बवती और सत्यभामा से कृष्ण का विवाह , उषा- अनिरूद्ध का प्रेम प्रसंग , बाणासुर के साथ युद्ध तथा राजा नृग की कथा आदि के प्रसंग आते हैं।
- भविष्यवाणी , कंस द्वारा देवकी के बालकों की हत्या , कृष्ण का जन्म , कृष्ण की बाल लीलाएं , गोपालन , कंस वध , अक्रूर जी की हस्तिनापुर यात्रा , जरासंध से युद्ध , द्वारका पलायन , द्वारका नगरी का निर्माण , रुक्मिणी से विवाह , प्रद्युम्न का जन्म , शम्बासुर वध , स्यमंतक मणि की कथा , जाम्बवती और सत्यभामा से कृष्ण का विवाह , उषा- अनिरूद्ध का प्रेम प्रसंग , बाणासुर के साथ युद्ध तथा राजा नृग की कथा आदि के प्रसंग आते हैं।