झपताल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- शास्त्रीय होली का राग , रागनियों और सुंदर बंदिशों से सजा रूप और दादरा , कहरवा , रूपक , झपताल , तीन ताल व चाँचर जैसी तालों का कमाल लिखने से बयान नहीं हो सकता।
- शास्त्रीय होली का राग , रागनियों और सुंदर बंदिशों से सजा रूप और दादरा , कहरवा , रूपक , झपताल , तीन ताल व चाँचर जैसी तालों का कमाल लिखने से बयान नहीं हो सकता।
- 1962 में बनी इस फिल्म के संगीत निर्देशक एस . एन . त्रिपाठी नें इस गीत को राग ' हेमन्त ' के स्वरों में और फिल्मों में कम प्रचलित ताल ' झपताल ' में ढाला है।
- 1962 में बनी इस फिल्म के संगीत निर्देशक एस . एन . त्रिपाठी नें इस गीत को राग ' हेमन्त ' के स्वरों में और फिल्मों में कम प्रचलित ताल ' झपताल ' में ढाला है।
- सरगम के स्वरों पर नृत्य बरतने के साथ कथक के परंपरागत प्रकार काट , उठान , आमद , गत आदि से लेकर ताल रूपक और झपताल में विविध प्रकार से लय के रूपों को जयश्री ने बड़ी कुशलता से दर्शाया।
- दूरदर्शन , घूमता आइना, सुबह सवेरे, तथा अन्य क्षेत्रीय टेलीविजन प्रसारणों में कार्यक्रम का प्रसारण.उत्तरांचल महोत्सव, कुमाऊँ शरदोत्सव, कुमाऊँ महोत्सव, उत्तरायणी मेला बोगश्वर, नई टिहरी, आदि स्थानों पर तबला वादन की तीन ताल, झपताल, रूपक, खेमटा, दादरा, कहरुवा, दीपचड़ी, एकताल आदि का प्रदर्शन.
- मन्ना डे के स्वरों में फिल्म ' बसन्त बहार ' का यह गीत ( भजन ) गीतकार शैलेन्द्र ने लिखा है और यह राग “ मियाँ की मल्हार ” पर आधारित है और फ़िल्मी गीतों में बहुत कम प्रचलित दस मात्रा के ताल “ झपताल ” में है।
- ' कंगना' राग:- मालकौंस, ताल:- झपताल, गायक:- फरीद अयाज़ और अबू मोहम्मद, भाषा:- व्रज भाषा, फ़ारसी, हिन्दवी, कवि:- मिर्ज़ा कतील (इन्तेकाल १८१७), बेदम शाह वारसी (इन्तेकाल १९३६) और कुछ बेनाम कवि (व्रज और हिन्दवी) ए कंगना, दे दे री छैल मेरो, कंगना दे दे तोरी बिनती करूँ, तोरे पैयाँ परूँ ए कंगना (निज़ामी गंजवी की फ़ारसी ग़ज़ल से)