ठंडे-ठंडे का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- दूर क्यों जाएं गर्मी में ठंडक देने वाले और बाकी महीनों में छत पर लटकते धूल में सने रहने वाले पंखे को ही देख लें , वह सिखाता तो है अपने हों या पराए सबके साथ ठंडे-ठंडे कूल-कूल रहो।
- लीची आम से रस डूबे मस्ती और ये सैर-सपाटे पहाड़-समुन्दर बाग-बगीचे ठंडे-ठंडे नदी किनारे बेल फालसे का शर्बत और पिय का मनचाहा साथ गमकेगी फिर रात की रानी बेला चम्पा और चमेली मिजाज ज़रा इसका है गरम पर बुरी तो नहीं यह गरमी।
- यदि आपकी स्किन शुष्क है तो दूध में नीबू का रस व कुछ बूंदें गुलाब जल की मिलाकर फेंटें और चेहरे तथा गर्दन पर लगाकर 20 मिनट उपरांत ठंडे-ठंडे पानी से धो दें , स्किन में ताजगी व हल्का-सा चिकना पन आ जाएगा।
- अरे तो कोई टैम होता है हल जोतने का . ........ सभी किसान लोग सुबह ठंडे-ठंडे जोत लेते हैं कि बैलों को भी आराम रहे .... और खुद भी बीमार होने से बचें ....... नहीं तो सीत-घाम ....... ठंडी-गर्मी ...... मार डालेगी कि जीने देगी .......
- घड़े के एक गिलास ठंडे-ठंडे पानी में एक नीबू निचोड़ें और स्वादानुसार पिसा काला नमक , भूना पिसा जीरा , सेंधा नमक , काली मिर्च पाउडर व दो छोटे चम्मच तुलसी का रस , चीनी पाउडर घोलकर पीने से लू का प्रभाव शीघ्र कम हो जाता है।
- एक आखिरी नसिहत , आदरणीय श्री संजीव कुमार , विद्यासिन्हा की फिल्म , “ पति-पत्नी और वोह ” वाली ` वोह ` के चक्कर में कभी मत पड़ना , वर्ना आप को भी , रात-दिन ठंडे-ठंडे पानी से नहाने के दिन गुज़ारने का समय आ सकता है ..
- गर्मियों में वैसे तो कूलर और ए . स ी . के आगे कुछ भी नजर नहीं आता लेकिन इस बात में भी कोई दो राय नहीं है कि जितना मजा गर्मी में खाने-पीने विशेषकर तरह-तरह के ठंडे-ठंडे पेय पदार्थ पीने में आता है उतना किसी और मौसम में नहीं आता .
- तुम एक उज्जवल-मुलायम- गोले की तरह जान पड़ती हो - ऊँची हिमनदी के खूबसूरत मैदानों-सी , जो सुबह के ताजे बर्फ से ढके हों, जो आँखों को स्वर्ग-सी अनुभूति देते हैं, जो पैरों के नीचे मुलायम-सी प्रतीत होती है, लेकिन उस बर्फ के नीचे घुमावदार गड्ढे हैं और उस ठंडे-ठंडे बर्फ का अँधेरा जहाँ व्यक्ति एक बार गिरता है तो दुबारा उठ नहीं पाता।
- तुम एक उज्जवल-मुलायम- गोले की तरह जान पड़ती हो - ऊँची हिमनदी के खूबसूरत मैदानों-सी , जो सुबह के ताजे बर्फ से ढके हों, जो आँखों को स्वर्ग-सी अनुभूति देते हैं, जो पैरों के नीचे मुलायम-सी प्रतीत होती है, लेकिन उस बर्फ के नीचे घुमावदार गड्ढे हैं और उस ठंडे-ठंडे बर्फ का अँधेरा जहाँ व्यक्ति एक बार गिरता है तो दुबारा उठ नहीं पाता।