ठगनी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ' भीड़ में से कोई चटखारा ले कर बोला , ' अरे ठगनी नार का क् या भरोसा।
- बार-बार के मुड़ते , भेड़ न बैकुण्ठ जाय ॥ 220 ॥ माया तो ठगनी बनी, ठगत फिरे सब देश ।
- नार्मदेय-ब्राहमण-समाज नर्मदा के किनारे बसे ब्राहमण हैं जिनका धर्म सदाचार ही है वरना सभी जानते है मया महा ठगनी हम जानी ”
- जा ठग ने ठगनी ठगो , ता ठग को आदेश ॥ 221 ॥ भज दीना कहूँ और ही, तन साधुन के संग ।
- |ले हाथ में छेनी तूहर विनाश का विकल्प होमाया ठगनी के कुरूप भंवर कासुन्दर शिल्प में विलय होमोक्ष का उदय हो " सुविचार - शुभकामनाएं
- ठगनी बोली , ” पुत्री तू उस समय बहुत छोटी थी , जब हम दोनों तीर्थ करने के लिए चली गयी थी ।
- जल में कुम्भ , कुम्भ में जल है, बाहर भीतर पानी फूटा कुम्भ जल जलहीं समाना, यह तथ कथौ गियानी।” माया महा ठगनी हम जानी।।
- भक्तों को भी ठगनी ही लुभा रही थी इसलिए मांग और पूर्ति के सिद्धांत का पालन करते हुए उसी की आपूर्ति हुई जिसकी मांग थी।
- और माया का तो पता ही है आपको “” माया महां ठगनी हम जानी “” दूसरी बात अगर मैं कहूं की फलां जगह मैं “
- “बिल भर देना” निर्लज्ज ! और नहीं, तो ये ज़रूर कोई ठगनी होगी, जो बेखबर गंजे लोगों पे उलटी कर के भोले और मासूम यात्रियों को फंसाती होगी...