त्रयोदशी तिथि का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जहां “धन” का अर्थ मुद्रा अर्थात् लक्ष्मी से है वहीं , “तेरस” त्रयोदशी तिथि को परिभाषित करता है।
- द्वितीया , तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी और त्रयोदशी तिथि को इस संस्कार हेतु उपयुक्त तिथि माना जाता था(
- सिद्धांत ग्रंथो के अनुसार जो त्रयोदशी तिथि रिक्ता अर्थात चतुर्दशी से विद्धा होगी वही शिव रात्रि कहलायेगी .
- यह साधना किसी भी मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि से त्रयोदशी तिथि तक नित्य करनी चाहिए।
- मई , 2011 रविवार, वैशाख शुक्ल त्रयोदशी तिथि को प्रात 09:50, चित्रा नक्षत्र काल, कर्क लग्न में प्रारम्भ होगी.
- 2 . उत्तम तिथि - मंत्र जाप हेतु पूर्णिमा, पंचमी, द्वितीया, सप्तमी, दशमी एवं त्रयोदशी तिथि उत्तम होती है।
- यह साधना किसी भी मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि से त्रयोदशी तिथि तक नित्य करनी चाहिए।
- तब से वह तिथि अर्थात त्रयोदशी तिथि जगत में “ शिवरात्री ” के नाम से प्रसिद्ध हु ई .
- 30 सितंबर वर्ष 2005 के बाद इस साल त्रयोदशी तिथि यानी दो अक्तूबर को यह योग बन रहा है।
- इस संस्कार के लिए द्वितीया , तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी और त्रयोदशी तिथि बहुत ही उत्तम मानी गयी है(