दादूदयाल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- दादूदयाल की शिष्य परंपरा में जगजीवनदास या जगजीवन साहब हुए जो संवत् 1818 के लगभग वर्तमान थे।
- दादूदयाल अपनी पगडी बांधने की क्षमता से इतना आत्मविश्वास भरा था कि उसने खुली चुनौती रख दी।
- कबीर साहब की उत्पत्ति कथा से मिलती जुलती दादूदयाल की उत्पत्ति कथा भी दादूपंथी लोग कहते हैं।
- आमेर में रहते समय संत दादूदयाल को बादशाह अकबर ने आध्यात्मिक चर्चा के लिए सीकरी बुला भेजा।
- वाणी ग्रंथ - इस ग्रंथ में सन्त दादूदयाल और सन्त कबीरदास की ” वाणियों “ का संग्रह है।
- मेरा वर्तमान पता फ्लैट नंबर ३ , प्लाट नंबर बी-१४४, दादूदयाल नगर , कल्याणपुरा , सांगानेर जयपुर ३०२०२९ राजस्थान है.
- अपने सिर पर तिंरगी पगडी बांधने वाले दादूदयाल ने बताया कि उनकी पगडी उनकी देश भक्ति का प्रतीक है।
- ' जयपुरी ' में दादूदयाल और उनके शिष्यों की वाणियाँ हैं और इस दृष्टि से उसका साहित्य भी मूल्यवान है।
- उनकी दूसरी पुस्तक ‘ सांग्स आफ दादू ' थी , जो सन्त दादूदयाल की वाणियों का अंग्रेजी में रूपान्तरण था।
- ६ ० दादूदयाल की वाणी अंगवधू सटीक आचार्य चन्द्रिका प्रसाद त्रिपाठी द्वारा सम्पादित है जो अजमेर से प्रकाशित हुई है।