दीप-दान का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की जड़ को सींचकर उसके नीचे दीप-दान करने के बाद वृक्ष की सात परिक्रमा करने से भी शनि की बाधा दूर होती है।
- धनत्रयोदशी : स्कन्दपुराणमें लिखा है कि कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी (धनतेरस) के प्रदोषकाल में घर से बाहर दक्षिण दिशा की ओर मुख करके मृत्यु के देवता यमराज के निमित्त दीप-दान करने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।
- देवी को पीली हल्दी के ढेर पर दीप-दान करें , देवी की मूर्ति पर पीला वस्त्र चढाने से बड़ी से बड़ी बाधा भी नष्ट होती है , बगलामुखी देवी के मन्त्रों से दुखों का नाश होता है .
- बाली में मृतात्मा को इतना महत्व दिया जाता है कि उसका भस्म-प्रवाह कर देने के बाद भी उसके परिवारवालों का कर्तव्य समाप्त नहीं हो जाता और अगले 42 दिनों तक उसके नाम पर दीप-दान किया जाता है और आत्मा की सन्तुष्टि के लिए कुछ भी उठा नहीं रखा जाता।
- कार्तिक की अमावस समय दीपावली मनाई जाती है इस दिन लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है रात्रि के समय लक्ष्मी के पूजन में उनका आवाहन करते हैं खोआ में मिश्री , लौंग , इलायची , कपूर आदि मिलाकर उसके पेड़े बनाकर लक्ष्मी को भोग लगाया जाता है इसके अतिरिक्त अपनी सुविधानुसार पदार्थ तथा फूलादि लक्ष्मी को अर्पण करके तब दीप-दान करते हैं इसके साथ ही घर में साफ सफाई एवं रोशनी का प्रबंध करें .