दूरदर्शन चैनल का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- भारत में दूरदर्शन प्रसारण का प्रारम्भ १ ५ सितंबर , १ ९ ५ ९ में हुआ जब एक प्रायोगिक परियोजना के रुप में दिल्ली में दूरदर्शन केन्द्र खोला गया तथा दूरदर्शन नाम से सरकारी दूरदर्शन चैनल की नींव पड़ी।
- शायद इसीलिए कहा गया है कि “बड़ों की गलतियाँ नहीं देखी जाती।”आजतक दूरदर्शन चैनल पर एक समाचार में बताया पर्यावरण दिवस . ... कुछ विशेष उपाय... पर्यावरण संरक्षण हेतु कुछ विशेष उपाय....आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अखबारों, वेबपृष्ठों में काफी सामग्री प्रकाशित हुई है।
- क्योंकि भारत में प्रथम दूरदर्शन चैनल इसी नाम से चला अतएव संदेह होना निश्चित ही है , किंतु उसका समाधान है कि उस एक चैनल के पृष्ठ का नाम दूरदर्शन ( चैनल ) लिखा जाये ( जो कि पहले ही दिया हुआ है ) ।
- खुद के घर मे झाँकिए दिग्गी जी फिर किसी और पे कीचड़ उछालिए . और आपकी सरकार ने तो दूरदर्शन चैनल के लोगो के नीचे से सत्यम शिवम सुंदरम नामक सुंदर वाक़्य भी हटा दिया ताकि उन लोगो ( शांति प्रिय व्यक्तियो जो इस्लाम से जुड़े है.
- बचाव कार्य बहुत अच्छा है ( सरकारी दूरदर्शन चैनल पर ) - सरकारी चैनल राज्यसभा और डीडी न्यूज पर दिखाया जा रहा था , किस तरह लोगों को बचाया जा रहा है , और एक ग्रामीण बचाव कार्य से खुश था उसका अनुभव टीवी पर दिखाया गया , जिससे लगा कि शायद निजी चैनल वालों का सरकार से बैर है।
- कुछ महीने पहले दूरदर्शन चैनल देख रहा था , उस पर गुजरात दंगों पर एक कार्यक्रम आ रहा था , ये प्रोग्राम केन्द्र सरकार यानी कांग्रेस सरकार ने तैयार करवाया था जिसमें दंगों से पीड़ित मुस्लिम परिवारों को दिखाया गया था और बताया गया था कि हिन्दुओं और उनके वहशी नेता नरेन्द्र मोदी ने कैसे उन बेचारे मुसलमानों पर गुजरात में कहर बरपाया।
- और यह लेख लिखते लिखते अचानक दूरदर्शन पर एक शिया संप्रदाय के धर्मनेता कल्बे जव्वाद बड़े हास्यास्पद तरीके से यह कहते हुए सामने आते हैं कि ‘ महिलाओं का काम केवल बच्चे पैदा करना है , राजनीति में उनका कोई काम नहीं है ' ! दूरदर्शन चैनल इस के बाद ‘ Muslim Women ' s Personal Law Board ' की अध्यक्षा शायस्ता अम्बर को दिखाता है जो उक्त धर्मनेता को इस बयान के लियी आड़े हाथों लेती हैं !
- और यह लेख लिखते लिखते अचानक दूरदर्शन पर एक शिया संप्रदाय के धर्मनेता कल्बे जव्वाद बड़े हास्यास्पद तरीके से यह कहते हुए सामने आते हैं कि ‘ महिलाओं का काम केवल बच्चे पैदा करना है , राजनीति में उनका कोई काम नहीं है ' ! दूरदर्शन चैनल इस के बाद ‘ Muslim Women ' s Personal Law Board ' की अध्यक्षा शायस्ता अम्बर को दिखाता है जो उक्त धर्मनेता को इस बयान के लियी आड़े हाथों लेती हैं !
- और यह लेख लिखते लिखते अचानक दूरदर्शन पर एक शिया संप्रदाय के धर्मनेता कल्बे जव्वाद बड़े हास्यास्पद तरीके से यह कहते हुए सामने आते हैं कि ‘ महिलाओं का काम केवल बच्चे पैदा करना है , राजनीति में उनका कोई काम नहीं है ' ! दूरदर्शन चैनल इस के बाद ‘ Muslim Women ' s Personal Law Board ' की अध्यक्षा शायस्ता अम्बर को दिखाता है जो उक्त धर्मनेता को इस बयान के लियी आड़े हाथों लेती हैं !
- आज कल तो ऐसा लगता है की स्टार प्लस और आजतक एक दुसरे का चैनल देख कर ही न्यूज़ दिखाते है मसलन अगर आजतक कोई फिल्मी कार्यक्रम दिखायेगा तो स्टार भी उसी समय फिल्मी कार्यक्रम दिखाता है और सहारा न्यूज़ भी और ऐसे मे हालत ये हो जाती है कि इधर देखूं या उधर देखूं या क्या देखूं ।सारे चैनल एक-दूसरे से आगे निकलने की फिराक मे रहते है पर अपना दूरदर्शन चैनल इन सबसे अलग ही रहता है।