द्वारावती का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अर्थात् जहाँ ब्राह्मण , क्षत्रिय , वैश्य , शूद्र के लिये धर्म , अर्थ , काम , मोक्ष चारों पुरषार्थ प्राप्त करने के लिये द्वार खुले हों वह स्थान ' द्वारावती ' है।
- इस प्रकार पूर्व निश्चय के अनुसार उग्रसेन , कृष्ण, बलराम आदि के नेतृत्व में यादवों ने बहुत बड़ी संख्या में मथुरा से प्रयाण किया और सौराष्ट्र की नगरी द्वारावती में जाकर बस गये।
- गु जरात के पश्चिमी छोर पर स्थित कृष्ण की राजधानी के द्वारवती , द्वारावती या द्वारका जैसे नाम भी समुद्री रास्ते से भारत में प्रवेश वाले भाव की वजह से ही रखे गए है।
- गु जरात के पश्चिमी छोर पर स्थित कृष्ण की राजधानी के द्वारवती , द्वारावती या द्वारका जैसे नाम भी समुद्री रास्ते से भारत में प्रवेश वाले भाव की वजह से ही रखे गए है।
- ऐतिहासिक पार्क , मुऐंग सिंग में प्राचीन शहर के पास खोजे गये पूर्व ऐतिहासिक मानव कंकालों, धातु के औजार, बर्तन, आभूषण, ईंटें, द्वारावती काल की शिल्पकला की बुनियाद, एवं १३वींशताब्दी के बाद के खंडहर है।
- ' इस प्रकार पूर्व निश्चय के अनुसार उग्रसेन , कृष्ण , बलराम आदि के नेतृत्व में यादवों ने बहुत बड़ी संख्या में मथुरा से प्रयाण किया और सौराष्ट्र की नगरी द्वारावती में जाकर बस गये।
- द्वारावती भक्त निवास -बहुत ही आधुनिक परिधान में सज्जित ! चार मंजिला ईमारत ! उप्पर जाने - आने के लिए बिद्युत सीढ़ी की व्यवस्था ! वर्त्तमान में -वातानुकूलित का दर - २ ४ घंटे के लिए ..
- ref > ब्रह्म पुराण , अध्याय 14 श्लोक 54 / ref > वृष्णियों एवं अंधकों ने डर कर मथुरा को छोड़ दिया था और उन्होंने अपनी राजधानी द्वारावती ( [[ द्वारिका ]] ) में प्रतिष्ठित की थी।
- पुराणों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने यहाँ पर शासन किया था , इसे भारत के कुछ अति प्राचीन तथा पवित्र नगरों में से एक माना जाता है तथा प्राचीन पुराणों के अनुसार इसे संस्कृत में द्वारावती कहा जाता था .
- br / > इस प्रकार पूर्व निश्चय के अनुसार [[ उग्रसेन ]] , कृष्ण , बलराम आदि के नेतृत्व में यादवों ने बहुत बड़ी संख्या में मथुरा से प्रयाण किया और [[ सौराष्ट्र ]] की नगरी द्वारावती में जाकर बस गये।