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धूलधूसरित का अर्थ

धूलधूसरित अंग्रेज़ी में मतलब

उदाहरण वाक्य

  1. उसकी नृत् यशाला के भव् य हॉल में सजते थे वे कभी ․․․ लेकिन आज धूलधूसरित वे मेरे इसी स् टूडियो के स् टोर में उल् टे पड़े हैं , वैसे ही जैसे कि तुम उस रात उन् हें गुस् से में पटक गये थे।
  2. नई दिल्ली | सीबीआई पर कार्यकारी नियंत्रण को अनदेखा नहीं किए जाने का तर्क रखते हुए कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार राज्य मंत्री वी . नारायणसामी ने बुधवार को उल्लेख किया कि जांच में चूक होने पर पूरी जिंदगी में कमाई गई विश्वसनीयता धूलधूसरित हो जाएगी।
  3. चुनाव कराने गये करीब बीस शहरी लोगों की सुविधा के नाम पर ब्लॉक में लगा एक ‘ इण्डिया मार्क-टू हैण्ड पम्प ' , खुली खिड़कियों वाले बड़े से हाल में बिछी टेन्ट हाउस की चरर-मरर करती चारपाइयाँ और उनपर बिछे धूलधूसरित गद्दे , बीडिओ और ‘
  4. बहरहाल इस सर की मार के बारे में पूछना हो तो किसी ब्राजीलियन से पूछियेगा , १९९८ के विश्व-कप में फ्रांस में ही हुए फायनल मैच में उन्होने इसी सर से दो हेडर कर फ्रांस को विश्व विजेता बना दिया था, और बेचारा ब्राजील धूलधूसरित होकर रह गया था।
  5. धूलधूसरित बाल , मैली-कुचैली जीर्ण फ्राक , धूल भरे चेहरेवाली बालिका के मनोभावों को मैं पढ़ने की कोशिश कर रहा था कि एकाएक नन्हीं अंगुलियों के स्पर्श से मैं चौंक पड़ा , देखा तो मेरे सामने एक पॉच-छह वर्षीय बालिका भय से कांपते हुए भिक्षा मांग रही थी।
  6. रिश् तेदारों के आने पर भाभी जी से मिलने जब भी कालेज जाता था तो भाभी जी कालेज परिसर में जहां भी मिलती थी , कृषकाय बुजुर्ग रिश् तेदार के धूलधूसरित पैरों को , सिर में पल् लू ढांक कर , पारंपरिक रूप से झुककर चरण स् पर्श करती थी ।
  7. हरपलनिकलते हुए कार सेगावं के उस मिटटी के चबूतरे काउडाते हुए उपहास . ....धूलधूसरित मां .....घंटों देखती रहती हैनीले, पीले, लाल, हरे,केसरिया झण्डों को..विस्फारित नेत्रों से ....आज सुनती है जब'घोड़ामण्डी' के भावथूक देती है पिच्च से ..और उसके चेहरे परपढ़ते हुए भाव …..मुझे घिन आने लगी हैतुम्हारी नौटंकी से…तुम्हारे चेहरे से ....तुमसे ....
  8. हरपलनिकलते हुए कार सेगावं के उस मिटटी के चबूतरे काउडाते हुए उपहास . ....धूलधूसरित मां .....घंटों देखती रहती हैनीले, पीले, लाल, हरे,केसरिया झण्डों को..विस्फारित नेत्रों से ....आज सुनती है जब'घोड़ामण्डी' के भावथूक देती है पिच्च से ..और उसके चेहरे परपढ़ते हुए भाव …..मुझे घिन आने लगी हैतुम्हारी नौटंकी से…तुम्हारे चेहरे से ....तुमसे ....
  9. जब पूरी दुनिया धर्म , क्षेत्र , वर्ग और वर्ण विभेद से ऊपर उठकर एक गांव में तब्दील हो रही है तब बिहार की नौजवान पीढ़ी को यह तय करना है कि वह विकासशील दुनिया की रफ्तार के साथ दौड़ना चाहती है या फिर उन्हीं धूल और कांटोंभरी पगडंडियों पर भटकना चाहती है , जिन्होंने बिहार को धूलधूसरित और लहूलुहान कर रखा है।
  10. इक इकली तन्हा चलसे , जंगल बरबर दे विच रूलसे ले ले तोशां ऐथे घलसे, उथे लैण उधर नहीं वहां हमें एक अकेले ही जाना हैं, पर रास्ते में संसार रूपी जंगल है जहां हम धूलधूसरित हो सकते हैं यहां तो हम दूसरों की मदद से जीवन तय कर लेते हैं पर वहां किसी तरह की उधारी नहीं चलती इसलिए जागो, घुर्राटे मारकर मत सोओ।
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