धौल-धप्पा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- वंदना ग्रोवर के भीतर एक अन्मुक्त स्त्री चाहती है- ' ' बालकनी में पैर लटकाकर बैठ जाना / रात को बेलागाम बाहर निकल जाना / एक आँख बंदकर हँस देना / पिच्च से थूक देना / दो-दो सीढ़ी फलांग कर चढना / धौल-धप्पा कर लेना / इससे उससे हाथ मिलाना / हसरतें तो बड़ी नहीं थीं / वो औरत होना आडे आ गया।
- और हम कर क्या रहे हैं ? अभी हाल ही में मैंने कहीं पढ़ा कि social networking is “ the intersection of narcissism , attention deficit disorder and stalking ” क्या हम इस माध्यम का उपयोग वास्तविक दुनिया के उन जीते-जागते लोगों तक पहुँचने के लिए कर सकते हैं , जिनके पास जाकर हम उनसे हाथ मिला सकें , गले मिल सकें , आमने-सामने बैठकर चाय-कॉफी पीते हुए बातचीत कर सकें , हँसी-मज़ाक और धौल-धप्पा कर सकें , लड़-झगड़ सकें और मिल-जुलकर कोई सार्थक काम करने की सोच सकें ?