ननंद का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- पुलिस ने इंदू की शिकायत पर पति कुलदीप , ससुर रणधीर , जेठ शेर सिंह , जेठानी राजवंती , ननंद गांव डंढेरी निवासी शीला , नंदोई विजेंद्र , गांव किठाना निवासी कमला तथा नंदोई बलबीर के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज किया था।
- पुलिस ने इंदू की शिकायत पर पति कुलदीप , ससुर रणधीर , जेठ शेर सिंह , जेठानी राजवंती , ननंद गांव डंढेरी निवासी शीला , नंदोई विजेंद्र , गांव किठाना निवासी कमला तथा नंदोई बलबीर के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज किया था।
- बचपन में खेल , खेल में ही माँ , पत्नी , बहन , सास , ननंद और दादी माँ तक सारे रोल निभा लेनेवाली युवती की आँखों में सचमुच का एक नया घर बनाने का स्वप्न साकार करने की आशा तीव्र हो उठती है।
- बचपन में खेल , खेल में ही माँ , पत्नी , बहन , सास , ननंद और दादी माँ तक सारे रोल निभा लेनेवाली युवती की आँखों में सचमुच का एक नया घर बनाने का स्वप्न साकार करने की आशा तीव्र हो उठती है।
- नई आई वधु पर सब अपना प्रभाव जमाना चाहते हैं कभी कभी तो यह दबाव इतना अधिक बढ जाता है कि उसे कहना पडता है कि ‘ठेंवत रहिथे ननंद जेठानी , लागथे करेजवा म ठेस, महुरा खा के मैं सुत जातेंव, मिट जाय मोर कलेश ।‘
- नई आई वधु पर सब अपना प्रभाव जमाना चाहते हैं कभी कभी तो यह दबाव इतना अधिक बढ जाता है कि उसे कहना पडता है कि ‘ ठेंवत रहिथे ननंद जेठानी , लागथे करेजवा म ठेस , महुरा खा के मैं सुत जातेंव , मिट जाय मोर कलेश ।
- हमने अपनी पहली पोस्ट के एक कमैंट के जवाब में पूछा है कि ऐसा क्युं होता है कि अगर ननंद शादी के बाद किसी प्रकार की मुसीबत में पड़ जाए और मां बाप उसकी मदद करना चाहें तो सबसे पहला और सबसे तीव्र एतराज उसकी भाभी से आता है।
- प्रिय ब्लॉगर बंधु और भगिनियों , आजकल हमारे यहां मेरी ननंद सुहास और उनके पति विजय आये हुए हैं और सुहास की घुमक्कडी हमारे साथ ही होती है तो ब्लॉगों पर जाने आने में थोडी असुविधा है पर शीघ्र ही आप सब के साथ मिलूंगी आपके ब्लॉगों पर आऊंगी टिप्पणियाँ भी करूंगी ।
- प्रिय ब्लॉगर बंधु और भगिनियों , आजकल हमारे यहां मेरी ननंद सुहास और उनके पति विजय आये हुए हैं और सुहास की घुमक्कडी हमारे साथ ही होती है तो ब्लॉगों पर जाने आने में थोडी असुविधा है पर शीघ्र ही आप सब के साथ मिलूंगी आपके ब्लॉगों पर आऊंगी टिप्पणियाँ भी करूंगी ।
- जैसा मैने अपने एक लेख में बताया था कि ज्यादातर कहानियों में एक ननंद होती है जो अपने मायके में ही पड़ी रहती है और बहुओं के खिलाफ अपनी माँ के कान भरती रहती है , इस कहानी में भी चारूबाळा यही करती रहती है पर सबसे बड़ी बात यह है कि सासू उस की बातों में नहीं आती।