निरीश्वरवादी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- भारत में भी निरीश्वरवादी लोकायतों की समृद्ध परंपरा रही है , जो सृष्टि को दृश्यमान जगत से परे कुछ भी मानने को तैयार न थे .
- केवल शुद्ध विचार के प्रवक्ता , नास्तिक या निरीश्वरवादी दार्शनिकों को तत्कालीन समाज में दर्जा या राजाश्रय प्राप्त करना साधारण मनुष्य की सामर्थ्य के बाहर है।
- पर कालान्तर में चार्ल्स ब्राडलॉफ जिसने सन् 1860 के बाद धर्मनिरपेक्ष आन्दोलन को बहुत प्रभावित किया , जोर देकर कहा कि एक धर्मनिरपेक्षतावादी को कट्टर निरीश्वरवादी (नास्तिक) होना चाहिए।
- |परिणाम यह हुआ कि कपिल सांख्य निरीश्वरवादी मान लिया गया | निरिश्वरवादियों की जो घटा अनेक शताब्दियों तक छाई रही वह केवल बौद्ध -पुरोवात का परिणाम थी |
- यह लगभग वैसे ही है जैसे धर्म , हालांकि यह सेक्युलर या कई बार निरीश्वरवादी धर्म होता है और इसमें नैतिकता का स्त्रोत कोई ईश्वर नहीं, मानवता हो सकती है।
- एक पक्की निरीश्वरवादी को आस्तिक बना देने से योरोप भर के लोगों के लोगों को बडा़ आश्चर्य हुआ और इसे मैडम ब्लैकवटस्की की एक बहुत बडी़ सफलता मानी गई।
- उनके द्वारा प्रवर्तित यह योग का वैज्ञानिक विधान उनके लिए था , जो आस्तिक है , ईश्वर परायण है , उनके लिए भी था , जो नास्तिक निरीश्वरवादी है।
- कु० संगीता सिंह कपिल-सांख्य के सम्बन्ध में यह प्रवाद प्रचलित है कि यह निरीश्वरवादी दर्शन है और इस दर्शन की संछिप्त मीमांसा ही इस आलेख का उद्देश्य है |
- उनका चिन्तन निरीश्वरवादी चिन्तन भी नहीं था और उनका मानना था कि समाज में धर्म रहना चाहिए क्योंकि इसी से समाज में कोई आचार या अच्छे मूल्य रहते हैं।
- इसमें सनातन से लेकर पुरातन , नास्तिक , तांत्रिक , अघोर , शैव , शक्त , वैष्णव , बौद्ध , जैन , निरीश्वरवादी और हर तरह का वाद विवाद शामिल होता आया है।