निर्झरणी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- वे शुद्धवेश वाले हैं और उनकी मनोहर मुस्कान यह प्रकट करती हैं कि उनकी सभी इन्द्रियों में अंतर आनंद का प्रवाह हो रहा है , जो बाहर प्रसन्नता के रूप में प्रकट होता है | उनका अंग-प्रत्यंग सौंदर्य से शोभित है और दिव्यानन्द से आभासित है, क्योकि ब्रह्मानंद की प्रभा, मस्ती तथा प्रेम की निर्झरणी उनमे प्रवाहित होती है | वे कुंडलिनी जाग्रत करते हैं |
- कौतूहलता से वशीभूत होकर कोई पथिक , जिस प्रकार दिवाकर की किरणों से चमकती हुई स्वच्छ चंचल निर्झरणी की ओर झुककर टकटकी लगाये उसकी तली को देखता रहता है , ठीक उसी तरह अपूर्व ने मृगमयी के ऊपर उठे चेहरे पर तनिक झुककर उसकी खंजन-सी चंचल आंखों के भीतर गहरी दृष्टि फेंककर देखा और फिर बहुत धीमे से उसे अपनी मुट्ठियों के बन्धन से मुक्त कर दिया।
- डॉ . कुट्टन लिखते हैं- ' पंत की काव्य दृष्टि , वीचि-विलास उषा की स्मित-किरण , ज्योर्तिमय नक्षत्र , फलों की मृदु मुस्कान , पत्रों के आनत अधर , अपलक अनंत , तत्वंगी गंगा , स्निग्ध चांदी के कगार , कल-कल , छल-छल बहती निर्झरणी , मेखलाकार पर्वत , अपार , लास्यनिरत लोल-लोल लहरें , मंजु गुंजरित मधुप की मार हम सब पर पड़ती है और कवि असीम आत्मीयता का आनंद अनुभव करता है।
- न अलंकारों का दुराग्रह , न कृत्रिमता का बोझ , केवल मुक्त , स्वच्छंद निर्झरणी का नाद , जो अपने लिए स्वयं माग् ¥ चुनती है , कल कल स्वर से बहती हुई पयस्वनी , जो हर प्यासे मन की प्यास बुझाती है , ऐसी अभिनव कविता है - कविवर्य अभिनव की भाषा की सजीवता , मौन संवेदनाओं का मधुर आलाप , उर्दू फारसी के प्रचलित शब्दों का प्रयोग , एक उदाहरण देखिए -