निर्भाव का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जिस दिन लीन करने को कुछ भी न बचे , जिस दिन आखिरी भाव भी लीन हो जाए - ईश्वर का भाव आखिरी भाव है , उसके पार फिर कोई भाव नहीं , फिर निर्भाव की दशा है - जिस दिन आखिरी भाव भी लीन हो जाए , उस दिन उस परम का अनुभव है , जिसे उपनिषद ब्रह्म कहते हैं , जिसे बुद्ध ने निर्वाण कहा है , महावीर ने मोक्ष कहा है।
- इस्लाम में भी कहा गया है कि अल्लाह का कभी जन्म नहीं हुआ था , और यही शिव के लिए कहा जाता है | वे स्वयं ही प्रकट हुए | वे समय के अधिराज हैं इसलिए मृत्यु उन्हें छू भी नहीं सकती | यही बात सिख धर्म में भी कहा है , “ एक ओमकार सतनाम कर्ता पुरख निर्भाव निरवैर अकाल मूरत ” | सभी धर्मों ने एक ही तत्व की बात की है और यही भगवान श्री कृष्ण नें गीता में कहा है |