निश्शब्द का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ज़ंजीर से बंधा चांद निश्शब्द रहता है बाहर जैतून की शाखाओं में उलझा चांद ख़ुद को मुक्त नहीं कर पाता गोल उम्मीदों का चांद लुढ़क रहा है बादलों के बीच ७ .
- निश्शब्द , अवाक , हतप्रभ कर दिया कविता ने ! कवि को खड़े होकर सलाम करता हूँ ! अशोक जी आपका बहुत बहुत आभार ! आज मैं साक्षात कविता से मिला !
- सलाम ! राणा भाई निश्शब्द कर दिया आपने . आपने इस शे ' र में उन पागलों की बात की है जिनके दम पर हम सयाने लोग अपने सयानापन पर इतराते हैं .
- रख निश्शब्द स्नेह से उसके आनन पर आनन मधुकर भर ले रिक्त हृदय की गागर उमड़ा सच्चा रस निर्झर प्राणों से प्राणों का पंकिल चलने दे संवाद सरस टेर रहा है संवादसर्जिनी मुरली तेरा मुरलीधर।।
- ऐसा ही सुरीलापन मनुष्य की निश्शब्द आत्मा में भी है परन्तु वह इस भौतिक वस्त्र को , जो नष्ट हो जाने वाला है , पहने है इसलिये हम उसके मीठे राग को सुन नहीं सकते।
- ज़िन्दग़ी जिसके लिये थी ज़िन्दग़ी भर इम्तिहाँ वो “ जनक-धरती की बेटी ” है अभी तक गाँव में इस शे ' र पर निश्शब्द हूँ . अभी बस इतना ही . और मक्ते के लिये विशेष साधुवा द.
- ईश्वर की ज़रूरत किसे नहीं पड़ती ? उस ईश्वर की जिसका संबन्ध पूजा पाठ से नहीं , चरम असहायता के क्षण में एक निश्शब्द प्रार्थना से है , अपने आपे के साथ एक निष्कवच रिश्ते से है .
- असहायता क्योंकि उसके बदले में खुद सह लेना संभव नहीं और उसे सहते हुए देख पाना और भी असंभव है , इसलिये एक निश्शब्द प्रार्थना के सिवा और कोई चारा नहीं बचता और ईश्वर के सिवा कोई काम नहीं आता .
- गुरु जी स्तब्ध और निश्शब्द . ...!@ वीर जी अभ गुरु जिस पर भी प्राउड करे, मैं खुद पर प्राउड फील कर रही हूँ फिलहाल...!@ अर्श अपने हिस्से का प्यार देने का शुक्रिया...! मागर मानव स्वभाव जिन चीजों से मिलकर बना है वो थोड़ा थोड़ा होना ज़रूरी भी है....!
- और लड़कियां ! पूरे मुहल्ले में भरी पड़ी थीं लड़कियां जैसे किताबों में भरे रहते हैं शब्द निश्शब्द , मगर वाचाल सब साथ मिल कर हंसतीं तो पोखर में तरंगें उठने लगतीं सब साथ मिल कर गातीं तो लगता आ गया मुहर्रम का महीना या किसी की शादी का दिन