पक्वाशय का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- पित्त का मुख्य स्थान पक्वाशय है , इसलिए शरीर में पित्त शांत करने के लिए आवश्यकतानुसार हल्का जुलाब भी दिया जा सकता है।
- भोजन नाली , आमाशय , पक्वाशय ( ड्यूओडी नम ) , छोटी एवं बड़ी आंत , मलाशय और गुदा इसके किरदार हैं .
- भोजन नाली , आमाशय , पक्वाशय ( ड्यूओडी नम ) , छोटी एवं बड़ी आंत , मलाशय और गुदा इसके किरदार हैं .
- आमाशय में गए उस अन्न को नाड़ी में प्राप्त और पक्वाशय में गए अन्न को सुरारस से कल्पित मूत्र से मूत्र की कल्पना की।
- १ ६ . पक्वाशय ( मेदा ) बहुत सरल ( सादा ) जो बहुत तेज भोजन को बड़ा शीघ्र पचाने के योग्य होता है ।
- १ ६ . पक्वाशय ( मेदा ) बहुत सरल ( सादा ) जो बहुत तेज भोजन को बड़ा शीघ्र पचाने के योग्य होता है ।
- पक्वाशय में स्थित पुरीष यद्यपि मल रूप होता है और निस्सार होने के कारण उसका अधिकांश भाग शरीर के बाहर निकाल दिया जाता है ।
- यह वायु आमाशय और पक्वाशय में रहनें वाली अग्नि , जिसे जठराग्नि कहते हैं, से मिलकर अन्न का पाचन करती है और मलमूत्र को पृथक पृथक करती है।
- अर्थात् पक्वाशय और आमाशय के मध्य में स्थित चार प्रकार के अन्नप्राशन का पाचन करता है , और दोष रस मूत्र पुरीष का विवेचना करता है ।।
- हृदय स्थान , पक्वाशय और नाभि के मध्य में वायु के कुपित होने से वायु का गोला सा उत्पन्न हो जाता है जो बहुत कष्टप्रद होता है ।